अर्थ एवं संख्या विभाग द्वारा चिन्यालीसौड़ में सतत विकास लक्ष्य से सम्बन्धित कार्यशाला का आयोजन किया गया

अर्थ एवं संख्या विभाग द्वारा चिन्यालीसौड़ में सतत विकास लक्ष्य के उत्तराखण्ड विजन 2030 से सम्बन्धित कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारम्भ ब्लाॅक प्रमुख वन्दना सोनी एवं श्रीमती चेतना अरोरा, अर्थ एवं संख्याधिकारी द्वारा संयुक्त रूप से किया गया l

कार्यशाला की अध्यक्षता ब्लाॅक प्रमुख श्रीमती वन्दना सोनी द्वारा की गयी। इस अवसर पर ब्लाॅक प्रमुख द्वारा कहा कि एसडीजी लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु विकासखण्ड स्तरीय कर्मचारी, अधिकारी एवं जन-प्रतिनिधि अधिक से अधिक भागीदारी कर अपने क्षेत्र में सतत विकास लक्ष्य की योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु प्रचार प्रसार करें।

सतत विकास लक्ष्य के सम्बन्ध में अर्थ एवं संख्याधिकारी एवं अपर संख्याधिकारी नवीन कुमार द्वारा सतत विकास लक्ष्यों के 17 बिन्दुओं पर प्रकाश डालते हुए एसडीजी नोडल विभाग, सह नोडल विभाग, नोडल अधिकारी तथा टास्क फोर्स समिति, एसडीजी प्रकोष्ठ के दायित्व एवं कार्यो की जानकारी देते हुए विभागों से सामन्जस्य स्थापित करने हेतु पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुतीकरण दिया गया।

कार्यशाला में प्रभारी खण्ड विकास अधिकारी अमन बिष्ट, अध्यक्ष ग्राम प्रधान संगठन कोमल सिंह, क्षेत्र पंचायत सदस्यगण, प्रधानगण, सामजिक कार्यकर्ता राजेन्द्र रांगड़ एवं विभागीय स्तर पर वरिष्ठ सहायक दीपक कटारिया, जीआईएस एनालिस्ट राहुल सिंह सहित अन्य अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।

उधर शनिवार को विकासखण्ड-डुण्डा में भी सतत विकास लक्ष्य के उत्तराखण्ड विजन 2030 के सम्बन्ध में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारम्भ ब्लाॅक प्रमुख श्री शैलेन्द्र सिंह कोहली एवं मनोज कुमार अपर संख्याधिकारी द्वारा संयुक्त रूप से किया गया l कार्यशाला की अध्यक्षता ब्लाॅक प्रमुख श्री कोहली द्वारा की गयी। इस अवसर पर उन्होंने कहा गया कि एसडीजी लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु विकासखण्ड स्तरीय कर्मचारियों, अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों की अधिक से अधिक भागीदारी होनी आवश्यक है, जिससे वे अपने क्षेत्र में योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु प्रचार प्रसार कर सकें। साथ ही उन्होनेें यह भी कहा कि न्याय पंचायत स्तर पर भी यह कार्यशालाएं होनी चाहिये।

सतत विकास लक्ष्य के सम्बन्ध में अपर संख्याधिकारी द्वारा सतत विकास लक्ष्यों के 17 बिन्दुओं पर विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी। उनके द्वारा लक्ष्य प्राप्त करने हेतु आवश्यक प्रयास किये जाने एवं विभागों से सामन्जस्य स्थापित करने एसडीजी नोडल विभाग सह नोडल विभाग टास्क फोर्स समिति, एसडीजी प्रकोष्ठ के दायित्व एवं कार्यो की जानकारी देते हुए प्रस्तुतीकरण दिया गया।

कार्यशाला में प्रभारी खण्ड विकास अधिकारी कैलाश चन्द रमोला, क्षेत्र पंचायत सदस्यगण, प्रधानगण, जीआईएस एनालिस्ट राहुल सिंह सहित अन्य अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।

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