उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के बड़े गढ़ अमेठी पर कब्जा करने के बाद अब भाजपा की नजर इनके दूसरे किले रायबरेली पर है। भाजपा ने इस काम के लिए केन्द्रीय मंत्री स्मृति इरानी को ही लगाया है जो कि अमेठी से भारतीय जनता पार्टी की सांसद हैं। केन्द्रीय महिला एवं बाल कल्याण मंत्री स्मृति इरानी शनिवार को रायबरेली दौरे पर रहेंगे। लखनऊ से सड़क मार्ग से रायबरेली पहुंचने के बाद स्मृति इरानी करीब तीन वर्ष बाद होने वाली दिशा बैठक की अध्यक्षता भी करेंगी। इस बैठक की अध्यक्षता जिले का सांसद करता है।
केन्द्रीय मंत्री और अमेठी से भारतीय जनता पार्टी की सांसद स्मृति इरानी का आज रायबरेली का दौरा है। इस दौरान वह प्रगति पुरम कालोनी में नवनिर्मित राज्य बीमा कर्मचारी अस्पताल का उद्घाटन करेंगी। इसके बाद कलेक्ट्रेट सभागार में जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति (दिशा) की बैठक की अध्यक्षता करेंगी। यहां पर यह बैठक करीब तीन वर्ष बाद हो रही है। आमतौर पर सांसद ही दिशा की बैठक की अध्यक्षता करता है, लेकिन रायबरेली से कांग्रेस की सांसद सोनिया गांधी का लम्बे समय से यहां पर आगमन नहीं हो पाया है। करीब तीन साल बाद हो रही इस बैठक में केंद्रीय योजनाओं की समीक्षा होगी। जिले के विकास के लिहाज से यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है।इस बैठक को लेकर यहां के जिला प्रशासन ने जोरदार तैयारी की है। रायबरेली में कार्यक्रम के बाद स्मृति इरानी करीब 3.30 बजे तक लखनऊ वापसी करेंगी। यहां पर राजभवन के सामने वह विश्वैश्वरैया हॉल में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करेंगी। इसके बाद उनका नई दिल्ली वापसी का कार्यक्रम है।
रायबरेली में करीब तीन साल बाद जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति (दिशा) की बैठक शनिवार को होगी। ऐसा पहली बार होगा जब विकास संबंधी इस अहम बैठक की रायबरेली सांसद सोनिया गांधी के स्थान पर अमेठी की सांसद तथा केन्द्रीय मंत्री स्मृति इरानी अध्यक्षता करेंगी। माना जा रहा कि वह इस बैठक के बहाने विकास के साथ ही जिले की राजनीति को नई दिशा देंगी।
रायबरेली में दिशा की बैठक में यह पहला मौका है जब जिले की बैठक में अमेठी सांसद को अध्यक्ष बनाया गया है। इस जिले का सलोन विधानसभा क्षेत्र ही अमेठी संसदीय क्षेत्र में आता है। इस बैठक में कांग्रेसी चेहरे भी कम नजर आएंगे। माना जा रहा है कि इस बैठक में भी केन्द्रीय मंत्री स्मृति इरानी कमजोर होते कांग्रेसी किले पर विकास के हथौड़े से करारा प्रहार करने का मौका नहीं चूकेंगी।
इस बैठक के लिए केन्द्रीय मंत्री इरानी ने आठ सदस्यों को नामित किया है। इनमें सलोन विधानसभा सीट से विधायक रहे स्व. दलबहादुर कोरी के पुत्र अशोक कुमार, पूर्व विधायक गजाधर सिंह की बहू मनवीर सिंह के अलावा रेखा सिंह और सुखबीर सिंह मोनू शामिल हैं। रायबरेली संसदीय क्षेत्र से कोमल मौर्या, चंद्रशेखर, विष्णु प्रसाद गोस्वामी व बच्चन प्रसाद पासवान सदस्य बनाए गए हैं। स्मृति इरानी बैठक के बहाने एक तीर से दो निशाने साध रही हैं। एक तो जिले में वह अपनी पकड़ मजबूत कर रही हैं, दूसरी ओर अमेठी संसदीय क्षेत्र से जुड़े सलोन के लोगों को तरजीह दे रही हैं।
लोकसभा चुनाव 2019 में अमेठी हाथ से फिसलने के बाद कांग्रेस दूसरे गढ़ यानी रायबरेली में अस्तित्व बचाने को जूझ रही है। लोकसभा चुनाव के बाद राहुल गांधी ने अमेठी से दूरियां बढ़ा लीं। कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी यहां से चुनाव जीतने के बाद यदा-कदा ही यहां आईं। कांग्रेस को मजबूत करने में लगीं प्रियंका गांधी वाड्रा की धमक तो लखनऊ तक ही सिमटी है। इससे एक ओर जहां जिले के कांग्रेसियों का उत्साह फीका पड़ रहा, वहीं भाजपा इसका फायदा उठाने के प्रयास में भी लगी है। जिले में भाजपा की जड़ें धीरे-धीरे मजबूत हो रही है। रायबरेली में पहले एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह और अब सदर विधायक अदिति सिंह को पार्टी में शामिल कर भाजपा ने कांग्रेस को करारी चोट पहुंचाई है।