पुलिस को दो इंटरसेप्टर और लोनिवि को क्रेन उपलब्ध होगी:डीएम
उत्तरकाशी, जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने सड़क सुरक्षा व सुगमता सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों को दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में सड़कों का सुधार किए के निर्देश दिए। कहा कि जिले में वाहनों की जांच व प्रवर्तन संबंधी कार्रवाईयों के लिए पुलिस विभाग के लिए दो इंटरसेप्टर वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे। सड़कों से खराब वाहनों को हटाने तथा रेस्क्यू अभियानों में उपयोग के लिए लोनिवि को क्रेन उपलब्ध करायी जाएगी।
मंगलवार को जिला मुख्यालय पर आयोजित सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएम ने सड़कों पर गति सीमा के निर्धारण तथा दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को फिर से चिन्हीकरण करने हेतु लोनिवि, सीमा सड़क संगठन सहित सड़कों से संबंधित विभागों व नगर निकायों के साथ ही पुलिस तथा परिवहन विभाग के अधिकारियों की समिति का गठन कर इस मामले में त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।
उन्होंने संबंधित विभागों को चारधाम यात्रा मार्गों पर अगली यात्रा शुरू होने से पहले सुधार के सभी काम पूरे करने को कहा। कहा कि जाम की समस्या के समाधान के लिए संकरे हिस्सों में सड़कों व मोड़ों को चौड़ा करने, नालियों को अंडरग्राउंड करने तथा पासिंग प्लेस बनाए जाने की व्यवस्था करें। सड़कों के किनारे मलबा व निर्माण सामग्री जमा न होने दें और अतिक्रमण के मामलों में तत्परता से कार्रवाई करें। जिलाधिकारी ने कहा कि चारधाम सड़क परियोजना के तहत गंगोत्री व यमुनोत्री मार्ग के चौड़ीकरण के कार्य को संपन्न होने में कुछ समय लगना स्वाभाविक है, लिहाजा तब तक के लिए दिक्कत वाले हिस्सों के सुधार पर ध्यान दें। डीएम ने जोशियाड़ा तथा नौगांव में निर्माणाधीन पार्किंग का काम भी जल्द पूरा किए जाने हेतु संबंधित विभागों को निर्देशित किया।
सड़कों पर सड़क सुरक्षा एवं यातायात नियमों के उल्लंघन और सड़कों पर बेतरतीब ढंग से वाहन खड़े किए जाने के मामलों में अभियान चलाकर कार्रवाई के लिए कहा। बैठक में पुलिस अधीक्षक सरिता डोबाल, लोनिवि के अधीक्षण अभियंता हरीश पांगती, बीआरओ के कमान अधिकारी मेजर सिद्धार्थ गौतम, एसडीएम भटवाड़ी मुकेश चंद रमोला, ईई लोनिवि रजनीश सैनी आदि रहे।
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इस वर्ष 13 सड़क दुर्घटना में 15 की मौत हुई
बैठक में बताया गया कि इस वर्ष अक्टूबर माह तक जिले में 13 सड़क दुर्घटनाएं घटित हुई हैं, जिनमें 15 व्यक्तियों की मृत्यु होने के साथ ही 38 लोग घायल हुए हैं। जबकि गत वर्ष जिले में सड़क दुर्घटना के 20 घटनाओं में 27 लोगों की मृत्यू होने के साथ ही 46 लोग घायल हुए थे। गत अक्टूबर माह में जिले में ओवर लोडिंग, ओवर स्पीड, नशे ही हालत में वाहन चलाने, मोबाईल पर बात करते वाहन चलाने तथा अन्य नियमों में उल्लंघन के मामलों में पुलिस व परिवहन विभाग द्वारा कुल 73 चालान किए गए है। अक्टूबर माह में हेलमेट व सीट बेल्ट का प्रयोग न करने के मामले में भी 132 चालान किए गए हैं। जिले में अभी तक कुल 393 दुर्घटना संभावित क्षेत्र चिन्हित हैं जिनमें से 335 का सुधार किया जा चुका है। अधीक्षण अभियंता लोनिवि ने बताया कि जिले की सभी क्षेत्रों की सड़कों के दुर्घटना संभावित हिस्सों का नए सिरे चिन्हीकरण कर आगामी 26 दिसंबर तक शासन को रिपोर्ट भेजे जाने के निर्देश मिले हैं।