बैठक के दौरान जिलाधिकारी श्री दीक्षित ने संबंधित अधिकारियों को अवश्य दिशा- निर्देश देते कहा कि परियोजना के अंतर्गत की गयी गतिविधियों में से कुछ महत्वपूर्ण कार्यों की निरन्तरता पर कार्य किये जायें और सम्बन्धित जिला स्तरीय विभागों से समन्वयन स्थापित किया जाय । हर्षिल में ठोस अपष्टि प्रबधंन हेतु परियोजना से तकनीकी सहायता प्राप्त कर ली जाय। मानव-वन्यजीव संर्घष के शमन एवं जागरूकता के लिये अक्टूबर से दिसम्बर माह में ’’भालू और हम’’ फिल्म का प्रचार प्रसार किया जाय। गंगोत्री भरल कोरीडोर क्षेत्र में रोड पेटिंग करते हुए इस ओर आमजनमानस को जागरूक भी किया जाय। सिक्योर हिमालय परियोजना गतिविधियों का सक्षिंप्त विवरण एवं वेब साइट लिंक के माध्य से जिले के सभी विभागों के साथ सूचना अवश्य रूप साझा करना सुनिश्चित करें ।
प्रभागीय वनाधिकारी पुनीत तोमर ने सिक्योर हिमालय परियोजना की प्रगति एवं किये गये कार्योे की समीक्षा का प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जानकारी दी तथा परियोजना के जैव विविधता संरक्षण, आजीविका संवर्धन, वन्यजीव अपराध एवं अवैध शिकार नियंत्रण, बेहतर संवाद प्रणाली, ज्ञान प्रबंधन एवं लैंगिक संवेदनशील विषयों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गयी । परियोजना द्वारा संरक्षण एवं आजीविका संवर्धन में किये गये कार्यों ठोस अपष्टि प्रबंधन, हिम तेदुओं के आवासों का सरंक्षण एवं बुग्यालों का सरक्षंण, भरल का कोरिडोर, ईको-टूरिज्म, हथकरघा के वेल्यू चेन आदि कार्योे की प्रगति प्रस्तुत की गयी l उप निदेशक गंगोत्री राष्ट्रीय पार्क श्री रगंनाथ पाण्डे, द्वारा भी सिक्योर हिमालय परियोजना में पार्क के मनेजमेंट में किये गये कार्यों की जानकारी दी गई।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार , उप जिलाधिकारी भटवाड़ी चतर सिंह चौहान, मीनाक्षी पटवाल , जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल, पर्यटन अधिकारी राहुल चैबे,कृषि अधिकारी जे0पी0तिवारी , मुख्य उद्यान अधिकारी रजनेश सिंह सहित सिक्योर परियोजना सहायक भास्कर जोशी, शिंकिता नेगी, तन्शु गैरोला, अम्बिका रावत, आदि उपस्थित थे।