कांग्रेस अध्‍यक्ष के चुनावी वादे पर सामाजिक कार्यकर्ता ने किया आपत्तिजनक ट्वीट, सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस

नई दिल्‍ली। लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दल मतदाताओं को अपने पक्ष के करने के लिए कई लुभावने वादे कर रहे हैं। इस दौरान कुछ ऐसे भी वादे किए जा रहे हैं, जिनपर हर कोई विश्‍वास नहीं कर पा रहा है। कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी के ऐसे ही एक चुनावी वादे पर सामाजिक कार्यकर्ता मधु किश्‍वर इतनी नाराज हो गईं कि उन्‍होंने एक आपत्तिजनक ट्वीट कर दिया। इस ट्वीट में उन्‍होंने राहुल गांधी पर हमला किया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर एक बहस छिड़ गई है। मुध किश्‍वर की इस ट्वीट को लेकर काफी आलोचना भी हो रही है। हालांकि राहुल गांधी का अभी तक इसपर कोई टिप्‍पणी नहीं आई है।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनाव से पहले दो बड़ी घोषणा की हैं। पहली घोषणा सोमवार को राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ में गरीबों के लिए ‘न्यूनतम आमदनी गारंटी’ योजना का एलान के रूप में की थी। इस दौरान राहुल ने कहा कि कांग्रेस ने ऐतिहासिक निर्णय लिया है कि 2019 में पार्टी सत्ता में आई तो न्यूनतम आय गारंटी योजना तत्काल शुरू की जाएगी। इस योजना के बाद देश में कोई भूखा और गरीब नहीं रहेगा। न्यूनतम आमदनी गारंटी स्कीम पूरे देश में लागू की जाएगी। कांग्रेस के चुनाव घोषणा पत्र में इस योजना की रूपरेखा साफ की जाएगी। न्यूनतम आमदनी गारंटी के दांव के सियासी अहमियत को देखते हुए राहुल गांधी ने खुद ट्वीट कर इसे दोहराने से भी गुरेज नहीं किया। राहुल ने कहा, ‘हमारे करोड़ों भाई-बहन जब तक गरीबी के दंश का सामना करते रहेंगे, तब तक हम नए भारत का निर्माण नहीं कर सकते।’ बता दें कि इससे पहले वह पूरे देश में किसान कर्ज माफी की घोषणा भी कर चुके हैं।

वहीं केरल के कोच्चि में पार्टी बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में महिलाओं के सशक्तीकरण के बहाने राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आई तो महिला आरक्षण विधेयक पास कराने में देर नहीं लगाएगी। बता दें कि कांग्रेस के साथ भाजपा ने भी 2014 के चुनाव घोषणा पत्र में महिला आरक्षण का वादा किया था। मगर राज्यसभा में करीब नौ साल पहले पारित हो चुका महिला आरक्षण विधेयक लोकसभा की देहरी अब तक नहीं लांघ पाया है। मौजूदा लोकसभा के गुरुवार से शुरू हो रहे आखिरी सत्र में भी इसकी गुंजाइश नहीं है। ऐसे में राहुल ने महिला आरक्षण की घोषणा करके भाजपा को घेरने की रणनीति बनाई है। हालांकि लोकसभा में इस संविधान संशोधन विधेयक को कांग्रेस काल में भी पारित नहीं कराया जा सका था। खुद कथित महागठबंधन के ही कई दल राज्यसभा से पारित महिला आरक्षण विधेयक के स्वरूप से सहमत नहीं हैं। महिला आरक्षण विधेयक संप्रग सरकार ने 2010 में राज्यसभा से पारित करा दिया था। मगर भारी विरोध के चलते 15वीं लोकसभा में पारित नहीं हुआ। 16वीं लोकसभा में भी इसकी किस्मत बदलती नहीं दिख रही।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के दावों को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता मधु किश्वर के ट्वीट पर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। दरअसल, मंगलवार को ट्विटर पर एक यूजर को जवाब देते हुए मधु किश्वर ने लिखा- अब बस उस क्षण का इंतजार कीजिए, जब राहुल गांधी सभी व्यस्कों के लिए साल के चिन्हित दिनों में फ्री ‘S..’ का वादा करेंगे!

मधु किश्वर के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया में आरोप-प्रत्‍यारोप का दौर शुरू हो गया है। उन्‍होंने ने @balaji_vasan के जवाब में ये ट्वीट किया था। @balaji_vasan ने लिखा था कि बीपीएल कार्ड धारित गरीब परिवारों के लिए कांग्रेस खाद्य सुरक्षा कानून लाई जिससे उन्हें गेहूं और चावल मुफ्त में मिले। अगर मनरेगा और खाद्य सुरक्षा कानून काफी नहीं है, तो कुछ गलत है।

वैसे ज्‍यादातर लोगों को विश्‍वास नहीं हो पर रहा है कि ये ट्वीट मधु किश्‍वर ने ही लिखा है। ऐसे में कुछ लोगों ने उन्‍हें ये भी सलाह दे दी कि ऐसी बातों को ट्वीटर पर ना लिखें। हालांकि इसके बाद किए गए ट्वीट में मुध किश्‍वर ने उनकी आलोचना कर रहे लोगों को भी कड़े शब्‍दों में जवाब दिए हैं। हालांकि यह पहला मौका नहीं है, जब मधु किश्‍वर ने सोशल मीडिया पर कोई आपत्तिजनक टिप्‍पणी की है। इससे पहले भी वह ऐसे कमेंट करती रही हैं। यही वजह है कि अपने विवादित ट्विस के कारण वें कई आपराधिक केस का सामना कर रही है।

गौरतलब है कि मधु किश्वर ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के अच्‍छे प्रदर्शन को पाकिस्तान की जीत करार दिया था। उन्‍होंने ट्वीट कर कहा था कि ये उतनी ही पाकिस्तान की जीत है, जितनी कांग्रेस पार्टी और वामपंथी उदारवादियों की।

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