देहरादून- जनसंघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जी00एम0वी0एन0 के पूर्व उपाध्यक्ष एवं रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि विधानसभा सत्र में महामहिम राज्यपाल द्वारा अपने अभिभाषण के दौरान सरकार के कार्यों पर पीठ थपथपाना घोर अमर्यादित है।
नेगी ने कहा कि जिस प्रदेश में जहरीली शराब ने 125 से ज्यादा लोगों को मौत के घाट उतार दिया हो यानि सरकार के निकम्मेपन से इनकी हत्याऐं हो गयी हो उस सरकार को शाबासी देना प्रदेश की जनता के साथ अन्याय है।
नेगी ने कहा कि महामहिम द्वारा अपने अभिभाषण में औद्योगिक इकाईयों, पलायन, किसानों, कर्मचारियों, महिलाओं, विकास कार्यों, बेरोजगारों आदि से जुड़ी तमाम योजनाओं एवं कल्याण सम्बन्धी मामलों में जो शाबासी दी है, वो धरातल पर बिल्कुल विपरीत है।
मोर्चा ने हैरानी जतायी कि जिस प्रदेश में सरकार शराब/खनन माफियाओं की गोद में बैठी हो, किसान-व्यापारी आत्महत्या कर रहे हों, औद्योगिक इकाईयाँ बन्द होने की कगार पर हो, किसान अपनी खेती से विमुख हो रहा हो, फसलें जंगली जानवरों ने बर्बाद कर दी हो, प्रदेश में चोरों/डकैतों का राज हो, प्रदेश कर्ज के सहारे चल रहा हो, ब्याज की रकम चुकाने के लिए कर्ज लिया जा रहा हो, विकास कार्य ठप्प हो गयेा हों, बेरोजगार सड़कों पर घूम रहे हों, कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर आन्दोलित रहे हों, ऐसी निकम्मी सरकार को शाबासी देना लोकतान्त्रिक मूल्यों का हनन है।
मोर्चा ने महामहिम राज्यपाल से आग्रह किया कि वे भाजपा एजेन्ट के रूप में कार्य न कर प्रदेश के लिए सोचे।