आपदा से निपटने के सम्बंधित पूर्व तैयारियों की स्थिति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला

आगामी वर्षाकाल के दौरान सम्भावित आपदा से निपटने से सम्बंधित पूर्व तैयारियों की स्थिति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने इंसिडेंट रिस्पांस सिस्टम से जुड़े सभी विभागों को अलर्ट मूड पर रहने के निर्देश दिए।
डीएम ने मानसून आने से पहले नगरीय क्षेत्रों में नालियों की साफ-सफाई एवं पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश ईओ नगर पालिका को दिए। एनएच,बीआरओ,लोनिवि, पीएमजीएसवाई विभाग को अपने -अपने सड़क मार्गों के कलवटों औऱ नालियों की नियमित सफाई व्यवस्था सुचारू रखने को कहा। साथ ही एनएच, लोनिवि और बीआरओ को मोटर पुलों की सफाई एवं पानी की निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। आपदा के दौरान सड़क खोलने का रिस्पांस टाइम कम करने को लेकर चिन्हित संवेदनशील स्थानों पर जेसीबी,पोकलैंड आदि पर्याप्त संसाधन तैनात करने के निर्देश दिये। संवेदनशील स्थान पर जेसीबी मशीन के ऑपरेटर,वाहन चालक, सम्बंधित विभाग के अधिकारियों एवं जिला आपदा प्रबंधन विभाग के फोन एवं दूरभाष नम्बर प्रदर्शित कर संवेदनशील स्थान का साइनेज भी लगाने को कहा।
जिलाधिकारी ने सभी तहसील में आपदा के दौरान उपयोग में लाए जाने वाले एनर्जी फूड की सौ-सौ किट तैयार रखने के निर्देश दिए। ताकि जरूरत पड़ने पर उसे त्वरित उपयोग में लाया जा सकें। पुलिस विभाग को सभी थानों एवं आपदा प्रबंधन को रेस्क्यू उपकरणों को क्रियाशील रखने को कहा। जिलाधिकारी ने मानसून काल को देखते हुए खाद्य आपूर्ति विभाग को अगले तीन महीने का राशन अग्रिम वितरित करने व गोदाम में पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को दवाइयां एवं अन्य मेडिकल उपकरणों का पर्याप्त स्टॉक रखने को कहा इस हेतु मुख्य विकास अधिकारी को मोनिटरिंग करने के निर्देश दिये।विद्युत विभाग को विद्युत आपूर्ति सुचारू रखने तथा विद्युत लाइन की पेट्रोलिंग औऱ लोपिंग करने के निर्देश दिए। आपदा के दृष्टिगत जल संस्थान को सभी तहसीलों में एचडीपीई पाइप का स्टॉक रखने को कहा। ताकि आवश्यकता पड़ने पर त्वरित उपयोग में लाया जा सकें।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि जनपद के अंर्तगत मार्गो के अत्यधिक संवेदनशील,दुर्घटना सम्भावित क्षेत्र का चिन्हीकरण किया गया है। अत्यंत संवेदनशील चिन्हित स्थल की संख्या 16 है अन्य मुख्य मार्गों के भूस्खलन से संवेदनशील स्थलों की संख्या 46 और दुर्घटना सम्बंधित अत्यंत खतरनाक स्थान 14 है। इसके अतिरिक्त सम्बंधित विभागों द्वारा संवेदनशील स्थानों पर 56 क्रेश बेरियर लगाए गए है। संवेदनशील स्थानों पर 63 जेसीबी,डोजर,पोकलेन आदि तैनात करने का कार्य गतिमान है।

बैठक में सीडीओ गौरव कुमार,एडीएम तीर्थपाल सिंह,सीएमओ डॉ. केएस चौहान, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल सहित एनएच, लोनिवि,बीआरओ,पीएमजीएसवाई के अधिकारी उपस्थित रहें।

 

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