देहरादून। रंगेहाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार पीएनबी के सीनियर मैनेजर को ड्यूटी मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
उधर, सीबीआइ ने आरोपित के घर से मिले लॉकर और प्रॉपर्टी के दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है। आरोपित के बैंक लॉकरों को खंगाला जाएगा। सीबीआइ ने शनिवार को चकराता रोड स्थित पीएनबी की नारी शिल्प शाखा के सीनियर मैनेजर राजकुमार को 40 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था।
यह रकम आरोपित ने चंद्रबनी निवासी सीमेंट कारोबारी के मुद्रा लोन पास कराने के एवज में मांगी थी। गिरफ्तारी के बाद शनिवार देर रात तक पुलिस आरोपित से पूछताछ करती रही। साथ ही उसके घर पर भी छापेमारी कर कई दस्तावेज कब्जे में लिए थे।
इसके बाद आरोपित को कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान उसकी पत्नी और अन्य परिजन भी कोर्ट में मौजूद थे। इधर, सीबीआइ के अधिकारियों का कहना है कि आरोपी के आर्यनगर स्थित घर और बैंक से महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं। इनके आधार पर आगे की जांच की जाएगी। बताया कि राजपुर रोड स्थित सेंट जोजफ्स एकेडमी के सामने आरोपी घर बना रहा है। इस घर के बारे में भी जानकारी जुटाई जाएगी।
छह माह तक लटकाए रखा लोन
मुद्रा लोन को लेकर बैंक कितने गंभीर हैं, इसका उदाहरण सीनियर बैंक मैनेजर राजकुमार हैं। राजकुमार ने सीमेंट कारोबारी के अगस्त में स्वीकृत लोन को पूरे छह माह तक इसलिए अटकाए रखा कि उसे रिश्वत नहीं मिली। पीड़ित की मानें तो कई बार आरोपित ने इसके लिए दवाब भी बनाया।
सीबीआइ को दी मोबाइल रिकार्डिग
पीड़ित कुणाल ने तहरीर में कहा कि रिश्वत के लिए आरोपित ने बैंक ड्राफ्ट से लेकर कई बहाने बनाए। इस दौरान पीड़ित ने आरोपित के साथ हुई बातचीत को रिकार्ड कर लिया। इसकी कॉपी भी सीबीआइ को सौंपी गई है।