श्रीनगर। देशभर में कश्मीरी छात्रों को निशाने बनाने के खिलाफ शनिवार को नेशनल कांफ्रेंस ने श्रीनगर में विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में कश्मीरी छात्रों को निशाना बनाया जा रहा है। नेशनल कांफ्रेंस के नेता अली मोहम्मद सागर ने कहा कि कश्मीरी छात्रों और व्यापारियों को निशाना बनाया जा रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोई सहानुभूति नहीं दिखाई।
दरअसल, पुलवामा आतंकी हमले के बाद देशभर में कश्मीरी छात्रों को निशाना बनाया जा रहा है। यह मामला सुप्रीम कोर्ट में भी पहुंचा है। कोर्ट ने शुक्रवार को इस मामले पर सुनवाई करते हुए केंद्र और 10 राज्यों को नोटिस जारी किया था। अदालत ने जिन राज्यों को नोटिस दिया है उनमें महाराष्ट्र, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, मेघालय, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड शामिल हैं। बता दें कि इन्हीं राज्यों से कथित रूप से कश्मीरियों पर हमले की ख़बरें आई थीं। फिलहाल, सुप्रीम कोर्ट इस मामले में बुधवार को सुनवाई करेगा।
अभी हाल में ही बरेली में तीन कश्मीरी छात्रों पर मुकदमा दर्ज किया था। आरोप है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आइवीआरआइ) में पढऩे वाली तीन कश्मीरी छात्रों ने सेना के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर 505 (1) ए के साथ आइटी एक्ट की धारा 66 के तहत कार्रवाई की थी।
इसके अलावा मेरठ में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने पर कश्मीरी छात्र को एक कॉलेज ने निष्कासित कर दिया था। आरोप है कि कश्मीर निवासी आदिल हसन पुत्र गुलाम हसन पुलवामा आतंकी हमले के बाद सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट डाली और सैन्य कार्रवाई की फोटो शेयर कर आपत्तिजनक कमेंट किए।