देहरादून– लोकसभा चुनाव का डंका बजते ही उत्तराखंड में सत्तारूढ़ भाजपा ने कमर कस ली है। पार्टी के सामने प्रदेश की पांचों लोकसभा सीटों पर अपना कब्जा बरकरार रखने की चुनौती है। 2014 के लोकसभा चुनाव में चली मोदी लहर में पार्टी ने पांचों सीटों पर शानदार जीत दर्ज की थी।
इस बार भी भाजपा को मोदी के चेहरे का ही भरोसा है। वह पुलवामा आतंकी हमले और एयर सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से पूरे प्रदेश में चली राष्ट्रवाद की लहर पर सवार हो चुकी है। प्रदेश में पांच में से चार सीटों पर उसका कांग्रेस से सीधा मुकाबला है। लेकिन हरिद्वार संसदीय सीट पर कांग्रेस के अलावा बसपा और सपा का गठबंधन चुनावी समीकरणों को फंसाने की क्षमता रखता है।
वहीं, पांचों सीटों पर पार्टी किन चेहरों पर दांव लगाएगी, अभी इस पर पार्टी ने सस्पेंस बरकरार रखा है। हालांकि संगठन के भीतर सेटिंग-गेटिंग की चर्चा भी खूब हो रही है। सूत्रों के अनुसार पौड़ी संसदीय सीट पर मेजर जनरल बीसी खंडूड़ी के उम्रदराज होने के बावजूद पार्टी उन्हें वहां से चुनाव लड़ाना चाहती है।
पार्टी में ये चर्चा भी जोरों पर है कि बदली हुई परिस्थितियों में पार्टी बाकी चारों सीटों पर मौजूदा सांसदों को ही चुनाव लड़ा सकती है। संगठन में हरिद्वार में डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक, अल्मोड़ा में अजय टम्टा, नैनीताल में भगत सिंह कोश्यारी और टिहरी में मालाराज्य लक्ष्मी को मैदान में उतारने की चर्चाएं भी जोरों पर हैं।