सहारनपुर। पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष घनश्यामदास गर्ग व जिला अध्यक्ष जयवीर राणा ने कहा कि प्रत्येक जिले में सर्व समाज से लगभग आधी आबादी व्यापार से जुडी है व लगभग सात करोड़ व्यापारियों से उनके परिवार सहित करीब तीस करोड़ लोग जुड़े हैं।
यदि व्यापारी व उनके परिवारों के वोट को वोट बैंक में तब्दील हो जाए तो व्यापारी किसी भी पार्टी को जिताने या हराने की क्षमता रखता है।
उन्होंने बयान जारी कर कहा कि आज तक सभी सरकारों ने व्यापारी वर्ग को उपेक्षित रखा है व दशकों पुराने उनके गंभीर मुद्दों को सुलझाने का कोई प्रयास नहीं किया गया। इससे बड़ा दुर्भाग्य और कोई नहीं हो सकता कि किसी भी दल ने कभी भी व्यापारियों को अपनी प्राथमिकता पर नहीं रखा।
आज अनेक समस्याएं व्यापारियों के सामने मुंह बाए खासी हैं जैसे घरेलू व्यापार व्यवस्था सही तरीके से चलाने के लिए कोई कदम नहीं उठाये गए।
व्यापारियों को उनकी मजबूत भूमिका के बावजूद राजनैतिक परिदृश्य में एक अनाथ बच्चे की तरह समझा गया।
दिल्ली में सीलिंग और किराया कानून व कई राज्यों में मंडी समिति एक देश एक टैक्स को मुंह चिढ़ा रहै हैं।
देश भर में व्यापारियों के लिए ई कॉमर्स से घरेलू व्यापार पर दुष्प्रभाव, सिंगल ब्रांड रिटेल और कैश एंड कैरी व्यवस्था, एफडीआई से व्यापारियों को हो रही हानि, घरेलू व्यापार के लिए किसी मंत्रालय का न होना, व्यापारियों को बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों से आसानी से कर्ज का न मिलना, कर विभाग द्वारा व्यापारियों का उत्पीड़न, सरकारी विभागों में छाया भ्रष्टाचार, व्यापार पर अनेक प्रकार के कानूनी जटिलताएं मूलभूत सुविधाओं का अभाव हैं।
रिपोर्ट। रमन गुप्ता