यह घटना बिहार के वैशाली जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में बीती रात हुई है। घटना का एक और शर्मनाक पहलू यह है कि इसे न्याय का बीड़ा उठाने वाले पंच परमेश्वरों ने अंजाम दिया है। मामला के तूल पकड़ने के बाद पुलिस एक्शन में दिख रही है। मुख्य अरोपित वार्ड सदस्य सहित दो को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस बीच घटना का संज्ञान महिला आयोग ने भी ले लिया है।
दुष्कर्म में विफल होने पर दिया इस घटना को अंजाम
मिली जानकारी के अनुसार एक महिला अपनी विवाहिता पुत्री के साथ गांव में अकेली रहती है। महिला के पति भिक्षाटन कर परिवार का पालन-पोषण करते हैं। बेटी पर बुरी नजर रखने वाला गांव का वार्ड सदस्य मो. खुर्शीद अपने साथियों के साथ बुधवार की शाम गलत नीयत से उनके घर में घुस गया। उनलोगों ने मां के सामने बेटी के साथ दुष्कर्म की कोशिश की। मां-बेटी ने इसका जबरदस्त विरोध किया। इस पर वार्ड सदस्य व उसके साथियों ने मां-बेटी की जमकर पिटाई की तथा नाई को बुला दोनों के बाल मुंडवाए, फिर पूरे गांव में घुमाया।
सरेआम हुई वारदात, किसी ने नहीं किया विरोध
घटना सरेआम हुई, लेकिन किसी ने इसका विरोध नहीं किया। घटना के आरोपित दबंग हैं, इसलिए किसी ने कुछ बोलने या उन्हें रोकने का साहस नहीं किया। मां-बेटी जलील होती रहीं और समाज तमाशा देखता रहा।
एक्शन में पुलिस, दो आरोपित गिरफ्तार
घटना के बाद महिला व बेटी ने भगवानपुर थाने में पड़ोस के छह लोगों को नामजद करते हुए एफआइआर दर्ज करा दी है। थानाध्यक्ष संजय कुमार ने माना कि मां-बेटी पर अत्याचार हुआ है। मामला मीडिया में आने के बाद हरकत में आई पुलिस ने मुख्य आरोपित सहित दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना पर सियासत गर्म
घटना पर सियासत भी तेज होती दिख रही है। जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) नेता व मंत्री श्याम रजक ने दावा किया कि बिहार में सुशासन की सरकार है। इस मामले में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। दूसरी ओर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के भाई वीरेंद्र ने सुशासन पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में कानून का राज खत्म हो गया है। कांग्रेस के प्रमचंद मिश्र ने कहा कि जब पुलिस-प्रशासन का खौफ खत्म हो जाता है, तभी ऐसी वारदातें होती हैं। सरकार को समीक्षा बैठकों से निकलकर धरातल पर देखना चाहिए।
महिला आयोग ने लिया संज्ञान
घटना का संज्ञान बिहर महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्र ने भी लिया है। उन्होंने इसे शर्मनाक बताया। साथ ही कहा कि दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
पति ने लड़की को छोड़ने की कही बात
घटना के बाद मची सनसनी, पुलिस एक्शन, सियासी घमासान व महिला आयोग के संज्ञान के बीच पीडि़त परिवार अभी भी खुद को अकेला पा रहा है। मां के घर रह रही घटना की शिकार विवाहिता लड़की को उसके पति ने तत्काल छोड़ देने की बात कही है। इसने उसके आहत माता-पिता को बड़ सदमे में डाल दिया है।
पिता को संविधान पर भरोसा, पीएम मोदी से उम्मीद
भीख मांग कर परिवार क भरण-पोषण करने वाले लड़की के पिता के अनुसार अब तो कोई गोली ही मार दे। रूंधे गले से कहते हैं कि कोई जहर दे दे तो वही अच्छा है। घटना के वक्त बचाव के लिए आगे नहीं आने वाले समाज के प्रति भी उनमें आक्रोश है। लेकिन अब उन्हें इंसाफ चाहिए। उन्हें संविधान पर भरोसा है तथा उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जरूर मदद करेंगे।