देहरादून–इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े निजी चिकित्सकों ने शनिवार रात सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ बातचीत के बाद हड़ताल समाप्त कर दी। मुख्यमंत्री ने डाॅक्टरों की मांगों का परीक्षण करने को वित्त मंत्री प्रकाश पंत की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई है। मुख्यमंत्री आवास में हुई वार्ता के बाद चिकित्सक भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के साथ उनके यमुना कालोनी आवास पहुंचे और हड़ताल खत्म करने की जानकारी दी। रविवार से चिकित्सक पहले की तरह अस्पताल व क्लीनिक खोलेंगे व मरीजों को उपचार देंगे।
वहीं स्वास्थ्य सचिव नितेश झा ने बताया कि कमेटी की रिपोर्ट आने तक डाॅक्टरों के प्रतिष्ठानों पर चल रही सीलिंग की कार्रवाई पर रोक लगा दी गई है।
डाॅक्टर 15 फरवरी से क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में संशोधन करने या उत्तराखंड हेल्थकेयर एस्टेब्लिशमेंट एक्ट लागू करने की मांग को लेकर हड़ताल पर थे। जिससे मरीजों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा था। हालांकि, राज्य सरकार की ओर से सरकारी अस्पतालों में वैकल्पिक व्यवस्थाएं की गई थीं, लेकिन ये नाकाफी साबित हो रही थी। इसके बावजूद सरकार ने झुकने से इन्कार कर दिया और चिकित्सकों के प्रतिष्ठानों पर सीलिंग की कार्रवाई शुरू कर दी।
इस दोतरफा कार्रवाई से दबाव में आए चिकित्सकों ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट से शुक्रवार को मुलाकात कर मुख्यमंत्री से वार्ता का समय मांगा था। जिस पर शनिवार देर शाम वार्ता के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के आवास पर हड़ताली चिकित्सकों को बुलाया गया।
चिकित्सकों ने कहा कि उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थिति व यहां के लोगों की आर्थिक स्थिति के लिहाज से एक्ट में संशोधन की सख्त जरूरत है। मुख्यमंत्री ने वित्त मंत्री प्रकाश पंत की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित कर चिकित्सकों की मांगों के परीक्षण के आदेश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट का हर हाल में पालन कराया जाएगा। कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद देखा जाएगा कि इसमें संशोधन किया जा सकता है या नहीं