देहरादून-राजधानी दून में एक निजि होटल में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक प्रेस वार्ता के दौरान आम बजट को निरासा जनक बताया।नरेन्द्र मोदी,जीरो टलरेन्स,प.दीनदयाल के जिक्र के अलावा बजट में कुछ नही है
कांग्रेस सरकार की योजनायें नामबदल कर जारी कर दी गई है। योजनाओं का नाम बदलकर दीनदयाल कर दिया है ।इस बजट में खैरासैण का बजट भी गायब हो गया है ।राज्य के बित्त मंत्री ने ग्रोथ रेट तेजी से भागता दिखाया है। जबकि कृर्षि विकास आदि सब नीचे की ओर जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बेरोजगारी क्यों कम नही हो रही है जबकि सरकार ग्रोथ रेट बढने का दावा कर रही है।
यह बजट बेरोजगारी को बढावा देगा। सोशल सेक्टर में राज्य का बजट घटा है।
इनवस्टर मीट का बजट में कोई जिक्र नहीं।
इन्वेस्टर समिट के बाद एक दर्जन उद्योग राज्य से गायब हो गये है।
मेरे कार्यकाल में राज्य उद्योग क्षेत्र 9 वे स्थान से अब 11 वे स्थान पर है।
जमीन को बेचने में सरकार ने दिखाई तत्परता राज्यवासी अब भूमिहीन हो जायेगा,यह सरकार का महापाप है।
50 हजार से अधिक किसानों ने खेती छोड़ दी है, किसानों की आय दुगनी कहां से हो रही है।
प्रधान मंत्री फसल योजना कार्पोरेट क्षेत्र के दबाव में लागू की गई है, उत्तराखंड को भी इस जाल में फंसा दिया है।
सूअर, बंदर आदि के लिए बाड़े की योजना का बजट में कोई जिक्र नहीं है।
आयुष्मान हवा में हो रहा है। हल्द्वानी बस अड्डा योजना ठप्प है।मुन्स्यारी एडवेचर ,पौड़ी स्टेडियम के लिए नो मनी,स्मार्ट सिटी में एक भी कदम आगे नहीं बढाया गया है।
ये कैसा जीरो टलरेन्स है जिसमें सब कुछ सरकार ही है।लोकयुक्त गायब है।