मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बाबूलाल गौर का आज सुबह निधन हो गया। भोपाल के नर्मदा अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।हृदय गति रुकने से उनकी मौत हुई। वह पिछले 14 दिनों से अस्पताल में अस्पताल में भर्ती और वेंटिलेटर सपोर्ट सिस्टम पर थे।मध्य प्रदेश सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बाबूलाल गौर के निधन के बाद राज्य में तीन दिवसीय शोक की घोषणा की।
दोपहर 2 बजे होगा अंतिम संस्कार
भाजपा की ओर से बयान के मुताबिक बाबूलाल गौर का पार्थिव शरीर आज 12:30 बजे उनके निवास से प्रदेश भाजपा कार्यालय के लिए रवाना होगी, जहां भाजपा कार्यकर्ता और नागरिक उनके अंतिम दर्शन करेंगे। उनकी अंतिम यात्रा भोपाल के सुभाष नगर विश्राम घाट की ओर रवाना होगी। आज दोपहर 2:00 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
बाबूलाल गौर के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी हैबाबूलाल गौर जी का लम्बा राजनीतिक जीवन जनता-जनार्दन की सेवा में समर्पित था। जनसंघ के समय से ही उन्होंने पार्टी को मज़बूत और लोकप्रिय बनाने के लिए मेहनत की। मंत्री और मुख्यमंत्री के रूप में मध्यप्रदेश के विकास के लिए किए गए उनके कार्य हमेशा याद रखे जाएंगे।
बाबूलाल गौर 89 वर्ष के थे, मंगलवार को उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी। उनका ब्लड प्रेशर कम होने के साथ पल्स रेट भी गिर गया था। बाबूलाल गौर को सात अगस्त को राजधानी के नर्मदा अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इससे पहले दिल्ली स्थित मेदांता अस्पताल में उनकी एंजियोप्लास्टी की गई थी। 7 अगस्त को पूर्व सीएम बाबूलाल गौर की अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। इसके बाद उन्हें भोपाल के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनका इलाज जारी था।
बाबूलाल गौर का राजनीतिक सफर
बाबूलाल गौर ने 2004-2005 तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया और 10 बार अपनी पारंपरिक गोविंदपुरा विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया। 2 जून, 1930 को उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में जन्मे गौर, मध्य प्रदेश में एक शक्तिशाली और लोकप्रिय नेता के रूप में शुरू में एक ट्रेड यूनियन नेता और बाद में विधायक के रूप में उभरे।