नई दिल्ली । सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Facebook पर अपने ग्रुप्स में यूजर्स के संवेदनशील हेल्थ डाटा को लीक करने का आरोप लगाया गया है। फेडरल ट्रेड कमीशन ने शिकायत दर्ज की है कि Facebook ने इस प्रोडक्ट को एक निजी हेल्थ रिकॉर्ड के तौर पर पेश किया है। इसके बाद इस हेल्थ डाटा को लीक कर दिया गया। इसमें उन रोगियों के रिकॉर्ड हैं जो इन लोगों ने जनता के लिए अपलोड किए हैं।
यह मामला सबसे पहले जुलाई में सामने आया था। इसके तहत एक महिला समूह ने यह देखा था कि सदस्यों के नाम और ईमेल एड्रेस बल्क में मैनुअली या क्रोम एक्सटेंशन के जरिए डाउनलोड किए जा सकते हैं। उस समय Facebook ने ग्रुप्स में बदलाव करने का दावा किया था। इसके बाद Secret ग्रुप्स को भी एड किया गया। हालांकि, यह शिकायत इसलिए की गई थी कि लोग निजी हेल्थ डाटा को पब्लिकली पोस्ट कर रहे हैं। यह कानून के खिलाफ है और ऐसा होना Facebook की गोपनीयता कार्यान्वयन विधि के साथ एक गंभीर समस्या है।
शिकायत में यह भी कहा, “Facebook ने इस मामले को ठीक करने से मना तक दिया है और पब्लिकली यह बयान भी दिया है कि इस तरह की कोई समस्या है ही नहीं।” यह शिकायत सिक्योरिटी रिसर्चर समेत कुछ अन्य लोगों ने दर्ज की थी। इसमें कहा गया था कि Facebook इस बात को साफ करने में असमर्थ है कि जब एक यूजर ग्रुप ज्वाइन करता है तो उसे कौन-सी जानकारी दी जानी चाहिए। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, Facebook पर FTC का उल्लंघन करने के लिए कई करोड़ों का फाइन लगाया है।