श्रीनगर, राज्य ब्यूरो: मुख्यधारा में पूरी तरह विलीन होकर आगे बढ़ रहे कश्मीर और कश्मीरियों की नब्ज टटोलने यूरोपीय संघ का 23 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आज बुधवार को कश्मीर घाटी पहुंच गया। श्रीनगर पहुंचते ही यूरोपीय संघ के सदस्य कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच
ललित होटल पहुंचे जहां अब थोड़े ही देर में वे विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात का सिलसिला शुरू करेंगे। जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर आए संघ के सदस्य इसके बाद एसकेआइसीसी जाएंगे और डल झील की सेर भी करेंगे। संघ के सदस्य जिला विकास परिषद (डीडीसी) के प्रतिनिधियों के अलावा घाटी के मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य पर प्रदेश प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी बैठक करेगा। कल यानी वीरवार को वह जम्मू जाएंगे और वहां भी विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों से बातचीत करेंगे।
सेना व पुलिस के अधिकारी इन्हें पाकिस्तानी साजिशों व उसकी असलियत से अवगत कराएंगे। दिल्ली लौटने से पूर्व यह प्रतिनिधिमंडल उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से भी मुलाकात करेगा। यूरोपीय संघ के दौरे का आयोजन विदेश मंत्रालय ने किया है। दौरे की तैयारियों से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि विदेश मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान द्वारा कश्मीर को लेकर चलाए जा रहे दुष्प्रचार की हकीकत से दुनिया को रूबरू कराना चाहता है, इसलिए यह प्रतिनिधिमंडल जम्मू कश्मीर के दौरे पर आ रहा है।
वहीं, पीडीपी व नेकां को प्रतिनिधिमंडल से मिलने का कोई न्योता नहीं दिया गया है। यूरोपीय प्रतिनिधिमंडल युवा संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर जम्मू कश्मीर के मौजूदा हालात और जनभावनाओं को समझने का प्रयास करेगा। प्रशासनिक अधिकारी उन्हेंं कश्मीर में राजनीतिक प्रक्रिया और 4जी इंटरनेट सेवा बहाली के साथ विकासात्मक गतिविधियों के बारे में जानकारी देंगे।
यहां-यहां होंगे कार्यक्रम: विदेशी मेहमान डल झील किनारे स्थित एक हेरीटेज होटल में जिला विकास परिषद के प्रतिनिधियों और कुछ सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से मिलेंगे, जबकि शेरे कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंंशन सेंटर में प्रदेश प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों और सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधियों से बैठक करेंग। इसके अलावा ये लोग बड़गाम जिले के मागम स्थित डिग्री कालेज भी जाएंगे और वहां स्थानीय छात्रों के साथ सवांद करेंगे। डल झील की सैर करने के बाद वीरवार को दल जम्मू पहुंचेगा और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात करेगा।