जम्मू-कश्मीर में मंडरा रहे जैश-ए-मुहम्मद के आतंकी हमले के बीच बुधवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत कुमार डोभाल करीब एक माह बाद फिर श्रीनगर पहुंचे। उन्होंने सुरक्षा व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर कानून व्यवस्था पर फीडबैक लिया। वह दो दिन के दौरे पर हैं जिसकी समय अवधि बढ़ भी सकती है।
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने श्रीनगर पहुंचने के बाद पुलिस, केंद्रीय खुफिया एजेंसियों और अर्धसैनिकबलों के साथ बैठक कर मौजूदा कानून व्यवस्था पर फीडबैक लिया है। उन्होंने नागरिक प्रशासन के तीन वरिष्ठ अधिकारियों से भी अलग-अलग मुलाकात की है। श्रीनगर से बाहर कश्मीर व अन्य शहरों व कस्बों में डोभाल के दौरे के बारे में अधिकारियों ने कहा कि अभी तक ऐसी कोई योजना नहीं है।
कश्मीर से लेकर सीमा तक नजर रखे हैं : राज्य प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार राज्य की स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं। वह रोजाना राज्य के हालात पर दिल्ली स्थित संबंधित अधिकारियों से फीडबैक प्राप्त करते हुए वादी के भीतरी इलाकों से लेकर नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा एजेंसियों के बीच घनिष्ठ समन्वय को सुनिश्चित बनाए हैं।
राजनीतिज्ञों की रिहाई, हालात पर करेंगे मंथन
अधिकारियों ने बताया कि डोभाल कश्मीर दौरे के दौरान मौजूदा हालात, हिरासत में लिए राजनीतिक लोगों की रिहाई और जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित राज्य में बांटने की योजना को निर्विघ्न रूप से अमल में लाने की रणनीति पर अलग-अलग बैठकों में विचार विमर्श करेंगे।
बीते माह दो माह के दौरान डोभाल का यह कश्मीर में दूसरा दौरा है। पांच अगस्त को केंद्र ने जम्मू कश्मीर से 370 हटाने के बाद इसे दो केंद्र शासित राज्यों में बांटा गया है। जम्मू कश्मीर व लद्दाख 31 अक्टूबर को दो अलग-अलग केंद्र शासित राज्यों के रूप में अस्तित्व में आ जाएंगे। सरकारी योजनाओं के सुगम क्रियान्वयन के लिए आगे की रणनीति पर भी मंथन होगा।
370 हटने के बाद 11 दिन डटे रहे
डोभाल 370 हटने के बाद लगातार 11 दिन तक कश्मीर में डेरा डाले रहे थे। उन्होंने श्रीनगर डाउन-टाऊन के अलावा अनंतनाग, पुलवामा, शोपियां व बारामुला के विभिन्न हिस्सों का औचक दौरा करते हुए स्थानीय लोगों व कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने में तैनात सुरक्षार्किमयों से मुलाकात की थी।