प्रदेश कांग्रेस संगठन के खिलाफ धारचूला विधायक हरीश धामी के तल्ख तेवर से पार्टी में बढ़ती गुटबाजी पर अंकुश लगता दिख रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने नए साल के शुभकामना संदेश में इसके संकेत दिए।
हरीश रावत ने कहा कि आओ हम सब मिलकर तकदीर बदलें। दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के साथ ही असोम राज्य के प्रभारी भी हैं। कांग्रेस स्थापना दिवस 28 दिसंबर को देशभर में पार्टी की ओर से संविधान बचाओ, भारत बचाओ कार्यक्रम के सिलसिले में वह असोम गए हुए थे।
गुवाहाटी में हुए उक्त कार्यक्रम में पार्टी के शीर्ष नेता राहुल गांधी ने शिरकत की थी। इस वजह से हरीश रावत प्रदेश कांग्रेस संगठन की ओर से देहरादून में आयोजित संविधान बचाओ, भारत बचाओ फ्लैग मार्च कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए थे।
इस कार्यक्रम में उनके समर्थक माने जाने वाले विधायकों के साथ ही वरिष्ठ नेताओं ने शिरकत की। प्रदेश में मिशन 2022 पर नजर गड़ाए बैठी पार्टी में उक्त कार्यक्रम के जरिए दिखाई गई एकजुटता पर बीते रोज धारचूला विधायक हरीश धामी ने यह कहते हुए प्रहार किया कि फ्लैग मार्च कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की उपेक्षा की गई।
धामी को पूर्व मुख्यमंत्री के खास सिपहसालारों में शुमार किया जाता है। विधायक के उग्र तेवर से गुटबाजी के संदेश पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अलर्ट मोड में नजर आए। नए साल पर उन्होंने प्रदेशवासियों को शुभकामना दी। साथ ही अपने संदेश में उन्होंने कांग्रेस के सामने मौजूदा चुनौती का मिलजुलकर सामना करने पर जोर दिया।
प्रदेश में कांग्रेस के सामने भाजपा के प्रचंड बहुमत से पार पाने की चुनौती है। वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में अब ज्यादा वक्त शेष नहीं है। ऐसे में प्रदेश में पार्टी के शीर्ष नेता में शुमार हरीश रावत ने सबको साथ मिलकर तस्वीर बदलने का आह्वान किया है। इसे नए साल में उनके अलग अंदाज के तौर पर भी देखा जा रहा है।