नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे सिडनी टेस्ट मैच में भारत की मॉर्डन दीवार चेतेश्वर पुजारा ने शानदार पारी खेली। सिडनी में उन्होंने अपने टेस्ट करियर का 18वां शतक जमाया। मौजूदा टेस्ट सीरीज़ में ये पुजारा का तीसरा शतक रहा। वहीं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका ये पांचवां शतक है।साल 2019 में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में पुजारा की ये पारी न सिर्फ उनके लिए बल्कि पूरी टीम के लिए बेहद खास रही। तो चलिए आपको बताते हैं कि पुजारा की पारी में क्या-क्या रहा खास-
पुजारा का सिडनी में ये पहला शतक
चेतेश्वर पुजारा का सिडनी के मैदान पर ये पहला शतक रहा। उन्होंने अपने टेस्ट करियर का 18वां शतक जमाने के लिए 199 गेंदों का सामना किया। इस पारी में पुजारा ने 13 चौके लगाए। पुजारा इस टेस्ट मैच के दूसरे ही ओवर में बल्लेबाज़ी के लिए मैदान पर आ गए थे, क्योंकि लोकेश राहुल इस मैच के दूसरे ही ओवर में अपना विकेट गंवा बैठे थे। इसके बाद पुजारा ने मयंक अग्रवाल के साथ मिलकर शतकीय साझेदारी की। मयंक 77 रन बनाकर आउट हो गए। फिर पुजारा ने कोहली के साथ साझेदारी की। कोहली भी 23 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद रहाणे भी 18 रन बनाकर पुजारा का साथ छोड़ गए, लेकिन भारत की मॉर्डन दीवार (पुजारा) ने एक छोर संभाले रखा और शतक जमाकर ही दम लिया।
सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर पुजारा अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे हैं। इस मैदान पर खेले अपना पहला टेस्ट खेल रहे पुजारा ने शतक जमाकर इस मैच को अपने लिए यादगार बना लिया। क्योंकि ये पुजारा का इस मैदान पर पहला टेस्ट मैच है, तो जो भी स्कोर वो पहली पारी में बनाएंगे वो इस मैदान पर उनका सर्वाधिक स्कोर ही रहेगा।
चार टेस्ट मैच की मौजूदा सीरीज़ में पुजारा का ये तीसरा शतक है। पुजारा ने इससे पहले एडिलेड टेस्ट मैच में भी 123 रन की पारी खेली थी। इसके बाद पर्थ टेस्ट मैच में वो सेंचुरी नहीं लगा सके थे। इसके बाद मेलबर्न में भी पुजारा ने सैंकड़ा जड़ते हुए 106 रन की बेहतरीन पारी खेली थी। अब सिडनी में भी सेंचुरी लगाकर उन्होंने दिखा दिया है कि वो टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर की जान हैं।
विराट कोहली- चार शतक- 2014/15
सुनील गावस्कर- तीन शतक- 1977/78
चेतेश्वर पुजारा- तीन शतक- 2018/19