सहारनपुर। श्री कृष्ण कृपा एवं जीओ गीता परिवार सहारनपुर द्वारा भारतीय नववर्ष व नवसम्वत् 2076 के पावन उपलक्ष में सामूहिक हवन यज्ञ व गीता पाठ का आयोजन स्थानीय ज्वालानगर, सीताराम मंदिर प्रांगण में किया गया।
कार्यक्रम में आचार्य रितेश भारद्वाज द्वारा मंत्रोच्चारण हवन यज्ञ प्रारंभ किया गया व पूज्य स्वामी ज्ञानानंद की वाणी से गीता जी से लिए गये विशेष यज्ञों वाले 512 श्लोकों को मंत्रोच्चारण के साथ यज्ञ हवन में आहूतियां दी गयी।
पूज्य गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने दूरभाष के माध्यम से सभी भक्तों को भारतीय नववर्ष व नव सत्वत 2072, व चैत्र नवरात्र की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि हम भारतीयों का नववर्ष आज है, परंतु पश्चिमी सभ्यता के हावी होने के कारण हम नववर्ष (जनवरी) को मनाते हैं।
जो गलत है। उन्होंने कहा कि एक नववर्ष वो होता है, जिसमें सभी शोर शराबा, अभाण पदाथ व मदिरा का सेवन कर हुडदंग मचाते है और एक ओर हमारा भारतीय नवर्ष जिसमें नवरात्र का पावन शुभारंभ होता है और जो लोग भी जीवन में अभक्षण पदार्थ मदिरा आदि सेवन करते है वो भी इस दिन से इनका त्याग कर देते हैं।
ये भारतीय संस्कृकित जो अंधकार से प्रकाश व विष से अमूत की ओर ले जाती है। परिवार द्वारा 9 हवन कुण्ड के माध्यम से सैकड़ों परिवार के लोगों, बच्चों महिला वृद्धों ने सामूहिक गीता जी के मंत्रों से हवन यज्ञ किया।
हवन यज्ञ कार्यक्रम में मुख्य रूप से पवन कुमार, अजय मलिक, संजय रवि, अशोक बजाज, अशोक राम, आहूजा, राजकुमार विज, बाल मुकुन्द छाबडा, प्रवीन आनंद अरोडा, एस.के.अरोडा, ओ.पी.वधवा, सचिन छाबडा, राजकुमार कालडा, श्याम छाबडा, अनिल, हरीश नारंग, राजेश, रवि, संदीप अग्रवाल, मुकेश रवि, राकेश किनरा, सुरेश रवि, रोहित कोचर, अमित आहूजा, मधुर आहूजा, संजय इलाहाबादी, आशू नामदेव, अशोक अरोडा, अजय कुमार, अमरपाल सिंह, रमेश खुराना आदि कृष्ण भक्त बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
रिपोर्ट। रमन गुप्ता