पंजाब की भगवंत मान सरकार में स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को मंत्री पद से हटा दिया गया है। सीएम भगवंत मान ने उन्हें मंत्री पद से हटाया। सिंगला पर आरोप लग रहे थे उन्होंने प्रोजेक्टों में एक फीसद कमीशन की मांग की है। मुख्यमंत्री ने सिंगला पर केस दर्ज करने को भी कहा है।
सीएम भगवंत मान ने कहा कि उनके ध्यान में एक मामला आया कि सरकार का एक मंत्री प्रोजेक्टों में एक प्रतिशत कमीशन मांगता है। कहा कि इस केस का सिर्फ उन्हें पता है। इसके बारे में मीडिया को भी पता नहीं है।
भगवंत मान ने कहा कि इस केस को वह चाहते तो दबा भी सकते थे, लेकिन उन्होंने लोगों को भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देने का वादा किया था। इसलिए वह ऐसे लोगों को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।
सीएम भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार ने जनता से वादा किया है कि वह ईमानदार सरकार देंगे। सरकार में जो भी भ्रष्टाचार करेगा उसे कतई बख्शा नहीं जाएगा।
विजय सिंगला मानसा से विधायक हैं। उन्होंने कांग्रेस में शामिल हुए प्रसिद्ध गायक सिद्धू मूसेवाला को हराया। मानसा क्षेत्र को 27 वर्ष के बाद मंत्रिमंडल में स्थान मिला था। 27 वर्ष पहले राजिंदर कौर भट्ठल की अगुआई वाली सरकार में शेर सिंह गागोवाल मंत्री बनाया गया था।
सिद्धू मूसेवाला को हराने वाले विजय सिंगला पहली बार विधायक बने। सिंगला ने 1992 में पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला से बीडीएस की डिग्री हासिल की। वह मानसा में अपना अस्पताल चलाते हैं। सिंगला पर लगातार आरोप लग रहे थे कि वह प्रोजेक्टों में कमीशन मांग रहे हैं। आम आदमी पार्टी हाईकमान को जब यह पता चला तो सीएम भगवंत मान ने उन्हें पद से हटा दिया।
वेरका बोले- कमीशन की झगड़ा
वहीं, कांग्रेस के पूर्व विधायक राजकुमार वेरका ने कहा कि हकीकत यह है कि आम आदमी पार्टी की सरकार में कमीशन का झगड़ा पड़ा हुआ है। कहा कि कमीशन पंजाब के मंत्री ले या दिल्ली वाले इसको लेकर विवाद है। इसी विवाद में सिंगला की बलि ली गई है।