देहरादून। उत्तराखंड में स्वाइन फ्लू का कहर थम नहीं रहा है। 10 और मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। इनमें नौ मरीज देहरादून और एक मरीज सहारनपुर का रहने वाला है। इनका उपचार महंत इंदिरेश अस्पताल में चल रहा है। इस तरह राज्य में अब तक 73 लोगों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। वहीं श्री महंत इंद्रेश अस्पताल में भर्ती स्वाइन फ्लू पीड़ित मरीज ने दम तोड़ दिया है।
जानकारी के अनुसार कालसी निवासी 66 वर्षीय महिला कुछ दिन पहले महंत इंद्रेश अस्पताल में भर्ती हुई थी। जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। इस तरह प्रदेश में स्वाइन फ्लू से अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें भी अकेले 14 मरीजों की मौत श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में हुई है।
स्वाइन फ्लू का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इससे स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के लाख दावों के बावजूद भी एच1एन1 वायरस जानलेवा बनता जा रहा है। विभाग का दावा है कि वायरस की रोकथाम व नियंत्रण के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। सभी सरकारी व निजी अस्पतालों को मरीजों के उपचार के लिए अलग आइसोलेशन वार्ड बनाने को कहा गया है।
दावा यह कि अस्पतालों में मरीजों के लिए पर्याप्त मात्रा में एंटीवायरल औषधियां उपलब्ध हैं। इंतजाम में किसी भी तरह की कमी नहीं है। इन सबके बाद भी स्वाइन फ्लू के कारण होने वाली मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।
ऐसे करें बचाव
लक्षणों वाले मरीज को आराम, खूब पानी पीना चाहिए। शुरुआत में पैरासिटामॉल जैसी दवाएं बुखार कम करने के लिए दी जाती हैं। बीमारी के बढ़ने पर एंटी वायरल दवा ओसेल्टामिविर (टैमी फ्लू) और जानामीविर (रेलेंजा) जैसी दवाओं से स्वाइन फ्लू का इलाज किया जाता है