देहरादून। श्रीदेव सुमन सुभारती मेडिकल कॉलेज के 300 छात्रों की शिफ्टिंग प्रक्रिया अभी तक शुरू नहीं हुई है। जिस कारण छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है। एचएनबी चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय ने बीती 12 फरवरी को यह दावा किया था कि काउंसलिंग अगले दस दिन में शुरू कर दी जाएगी। पर डेडलाइन निकल गई और काउंसलिंग का कुछ अता पता नहीं है। ऐसे में छात्रों ने चिकित्सा शिक्षा निदेशक को ज्ञापन भेज जल्द शिफ्टिंग की प्रक्रिया पूरी करने की मांग की है। ऐसा न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर राज्य सरकार ने गत वर्ष छह दिसम्बर को सुभारती मेडिकल कॉलेज को अधिग्रहित कर लिया था। जिसके बाद से छात्रों के भविष्य को लेकर सवाल खड़ा हो गया है। राज्य सरकार ने एचएनबी चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. हेमचंद्र की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया था। जिसने कॉलेज की अवस्थापना, फैकल्टी आदि की जांच की।
समिति का कहना था कि वर्तमान स्थिति में यहां एमबीबीएस की पढ़ाई करा पाना मुमकिन नहीं है। एमसीआइ के मानक पूरे करने में करीब दो से तीन साल का वक्त लगेगा। ऐसे में सरकार ने कोर्ट में छात्रों की शिफ्टिंग का प्रस्ताव दिया। एमसीआइ ने भी इस पर अपनी सहमति दी थी। जिसके बाद कोर्ट ने इसकी इजाजत दे दी।
इस सबका एक पहलू और भी है। राज्य सरकार ने राज्य कोटा के तहत दाखिला पाने वाले छात्रों को सरकारी कॉलेज, जबकि मैनेजमेंट कोटा वालों को प्राइवेट कॉलेज आवंटित करने का प्रस्ताव कोर्ट में दिया था। पर कोर्ट ने नीट की मैरिट के आधार पर सीट आवंटन का आदेश दिया है। कुछ छात्र सरकार के फॉर्मूले के तहत ही सीट आवंटन की मांग को लेकर कोर्ट गए थे, पर इसे कोर्ट ने खारिज कर दिया। बहरहाल इस पूरी उठापटक के बीच काउंसलिंग शुरू नहीं हो सकी है और छात्र अब आशंकित हैं कि उनके भविष्य का क्या होगा।