उत्तरकाशी
जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने अधिकारियों को सीएम हेल्पलाईन पर दर्ज समस्याओं का प्राथमिकता से निस्तारण करने के साथ ही सभी कार्यालयों में पत्रावलियों का मूवमेंट और पत्राचार ई-ऑफिस के माध्यम से प्रारंभ करने के निर्देश देते हुए कहा कि अधिकारी नियमित रूप से पोर्टल्स पर लॉगइन कर इन दोनों कार्यों को दैनिक कार्य व्यवहार का हिस्सा बनाएं। उन्होंने कहा कि इन कार्यों में देरी को गंभीरता से लिया जाएगा।
अधिकारियों की एक बैठक में जिलाधिकारी ने सी.एम. हेल्पलाईन पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण की विभागवार समीक्षा करते हुए कहा कि अधिकारी नियमित अंतराल पर पोर्टल पर प्राप्त होने वाली शिकायतों की जानकारी लेकर उनका समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित करें। कोई भी शिकायत अनावश्यक रूप से लंबित न रखी जाय और निस्तारण की स्थिति तत्काल पोर्टल पर दर्ज की जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि शिकायतकर्ताओं को उनकी शिकायत के बारे में दूरभाष पर वार्ता में सही स्थिति की जानकारी दी जाय।
जिलाधिकारी ने कहा कि सरकारी कामकाज में तेजी और पारदर्शिता लाने के लिए ई-ऑफिस के माध्यम से सभी कार्यालय अविलंब कार्य प्रारंभ कर दें। इस प्रक्रिया में अगर कोई कठिनाई हो तो उसका अविलंब निस्तारण कराया जाएगा और अतिरिक्त प्रशिक्षण सत्र भी संचालित किए जाएंगे। इस प्रक्रिया में डिजीटल सिग्नेचर आदि से संबंधित सुरक्षा एहतियातों का भी पूरी तरह से अनुपालन किया जाय।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, उप जिलाधिकारी डुंडा मीनाक्षी पटवाल, उप जिलाधिकारी भटवाड़ी चतर सिंह चौहान, प्रभागीय वनाधिकारी डी.पी.बलूनी, उप निदेशक गंगोत्री नेशनल पार्क रंगनाथ पाण्डेय, परियोजना निदेशक डीआरडी.ए. रमेश चन्द्र, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा आर.सी.एस.पंवार, मुख्य शिक्षा अधिकारी जे.एन.काला, मुख्य कृषि अधिकारी जे.पी. तिवारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. बी.डी. ढौढियाल, मुख्य उद्यान अधिकारी डी.के.अधिकारी सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।