उत्तरकाशी
जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने बड़ेथी गांव में आयोजित रात्रि चौपाल में आम ग्रामीणों से सीधा संवाद कर उनकी समस्याओं को जाना। मौके पर अनेक समस्याओं का समाधान करने के साथ ही जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को ग्रामीणों के द्वारा उठाये गये मामलों का त्वरित व कारगर निस्तारण करने के निर्देश दिए। इस मौके पर पशुओं के उपचार में उदासीनता बरते जाने की शिकायत पर क्षेत्र के पशु चिकित्साधिकारी का जवाब-तलब करने और पशुपालन विभाग को गांव में चिकित्सा शिविर लगाने के भी निर्देश दिए।
डुण्डा तहसील के बड़ेथी गांव स्थित जगन्नाथ मंदिर चौक में सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम के सिलसिले में आयोजित रात्रि चौपाल में जिलाधिकारी सहित अनेक विभागों के अधिकारियों ने ग्रामीणों के साथ देर रात तक विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की। इस मौके पर अधिकारियों ने विभागी की योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारी ग्रामीणों के बीच रखी। ग्राम प्रधान रामप्यारी देवी, सामाजिक कार्यकर्ता प्रताप सिंह राणा, महिला मंगल दल अध्यक्ष शांता देवी, युवक मंगल दल अध्यक्ष अभिषेक, राम लाल, सिद्धराम, भगरतू लाल, तुलसीराम, महावीर सिंह नेगी, बलवीर सिह चौहान सहित अन्य ग्रामीणों ने जन-समस्याओं के साथ ही गांव के विकास से जुड़े मामलों को अधिकारियों के सम्मुख उठाया।
ग्रामीणों ने अतिवृष्टि से लंपी बीमारी से अनेक गायों की मौत होने व काफी पशुओं के बीमार होने का मामला उठाते हुए पशु चिकित्सक द्वारा लापरवाही बरते जाने की शिकायत की। पशुपालन विभाग के अधिकारियों नेे बताया कि इस क्षेत्र के पशु चिकित्सक का पद रिक्त होने के कारण दूसरे क्षेत्र के चिकित्सक को यहां की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। जिलाधिकारी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि पशु चिकित्साक का स्पष्टीकरण प्राप्त करने के साथ ही गांव में पशुओं के उपचार व टीकाकरण के लिए सोमवार से पशुपालन विभाग की टीम शिविर लगाएगी। उन्होंने कहा कि गांव में पशु चिकित्सा केन्द्र खोले जाने के बावत शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
ग्रामीणों द्वारा क्षतिग्रस्त नहरों की मरम्मत किए जाने, गांव के रास्तों के सृदृढीकरण, खेती एवं निजी संपत्तियों को हुए नुकसान का मुआवजा दिए जाने, मानसौड़ के लिए पेयजल लाईन बिछाए जाने, कूड़ा प्रबंधन का इंतजाम किए जाने और पार्किग निर्माण किए जाने के मामले प्रमुखता से उठाए गए। इस मौके पर लैंटाना उन्मूलन, गांव में कीवी की बागवानी और लालधान के खेती को प्रोत्साहित किए जाने सहित लगभग तीन दर्जन मामले प्रस्तुत किए गए। अधिकांश मामले मौेके पर ही निस्तारित किए गए।
जिलाधिकारी ने गांव में खतरे का सबब बने एक पेड़ को हटाए जाने की मांग पर वन विभाग को तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश देते हुए कहा कि पोखू देवता मंदिर के पास राजमार्ग से सटी भूमि पर पार्किंग स्थल के विकास की संभावना को परखा जाएगा। उपजिलाधिकारी एवं संबंधित विभागों के अधिकारी जल्दी ही इस स्थल का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट देंगे। जिलाधिकारी ने गांव में आपदा से हुए नुकसान एवं मुआवजा वितरण के संबंध में तहसीलदार डुण्डा को स्थलीय निरीक्षण कर दो दिन में रिपोर्ट देने की हिदायत दी। जिलाधिकारी ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि उनकी समस्याओं के निस्तारण के लिए नियमानुसार तुरंत कार्रवाई की जाएगी। नहरों की मरम्मत और पेयजल व्यवस्था पर जल्द कार्रवाई हो जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि गांव में लैंटाना उन्मूलन एवं खेतों के पुश्तों की मरम्मत जैसे काम मनरेगा योजना में करावाए जांय। इसके लिए खुली बैठक में कार्ययोजना तय की जानी जरूरी है। इस मौके पर स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े के तहत जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को स्वच्छता की शपथ दिलाते हुए गांव को साफ-सुथरा बनाने रखने व कूड़ा प्रबंधन में सहयोग करने की अपील भी की।
चौपाल में ब्लॉक प्रमुख डुण्डा शैलेन्द्र कोहली ने भी प्रतिभाग करते हुए कहा कि जन-समस्याओं के निस्तारण के लिए ऐसे आयोजन काफी महत्वपूर्ण व उपयोगी होंगे। उन्होंने अधिकारियों को चौपाल में प्राप्त शिकायतों का समयबद्ध निस्तारण की अपेक्षी भी की। चौपाल का संचालन स्वजल के पर्यावरण विशेषज्ञ प्रताप मटुड़ा ने किया।
चौपाल में उप जिलाधिकारी चतर सिंह चौहान, परियोजना निदेशक डीआरडीए रमेश चन्द्र, मुख्य शिक्षा अधिकारी सी.एन.काला, मुख्य कृषि अधिकारी जे.पी. तिवारी, मुख्य उद्यान अधिकारी डा. डी.के.तिवारी, अधिशासी अभियंता यूपीसीएल मनोज गुसांई, जिला पूर्ति अधिकारी संतोष भट्ट, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुधीर जोशी, जिला युवा कल्याण अधिकारी विजय प्रताप भंडारी, बीडीओ डुण्डा राकेश बिष्ट, तहसीलदार डुण्डा , खंड शिक्षा अधिकारी हर्षा रावत सहित विभिन्न विभागें अधिकारियों ने भाग लिया।