पंचकोसी वारुणी यात्रा के अवसर पर बालखिला पर्वत नागणी ठाँग में हज़ारों श्रद्धालुओं ने किए दर्शन।

उत्त्तरकाशी,

शनिवार को पंचकोसी वारुणी यात्रा के अवसर पर बालखिला पर्वत नांगणी ठांग में हजारों श्रद्धालुओं ने किए दर्शन। संकर्णो धार से लेकर बालखिला पर्वत तक जगह जगह फोल्ड, चकोन तीन गांव बगसारी के ग्रामीणों द्वारा यहां पहुंच रहे श्रद्धालु की जलपान की व्यवस्था में लगे रहे।

स्थानीय निवासी राजेंद्र सिंह गंगाडी ने कहा बालखिला पर्वत पर बसे नागणी देवी मंदिर का विशेष धार्मिक महत्व है। मान्यता है कि मां नागणी के दर्शन से मनुष्य सात जन्मों के पापों से मुक्त होकर पुण्य की प्राप्ति करता है। यही कारण है कि आज के दिन यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा
बालखिला पर्वत नांगणी ठांग पहुंचने के लिए जिला मुख्यालय से लम्बगांव रोड़ संकूर्णाधार 15 किलोमीटर पर स्थित है जहां से चार से पांच किलोमीटर पैदल चलकर यहां पहुंचा जा सकता है।

बगसारी गांव के पास समुद्रतल से 10 हजार फीट की ऊंचाई पर बालखिला पर्वत पर स्थित नागणी देवी मंदिर का उल्लेख स्कंदपुराण में भी है। कहा जाता है कि महर्षि बालखिल्य ने इसी स्थान पर तप कर शिव की आराधना की थी। भगवान शिव ने महर्षि की तपस्या से प्रसन्न होकर उन्हें वरदान दिए थे। तभी से यह पर्वत बालखिला पर्वत के नाम से जाना जाता है।
इस अवसर पर राजेन्द्र सिंह गंगाडी प्रधान पति चकोन विश्वनाथ राणा पूर्व क्षेत्र पंचायत फोल्ड अतर सिंह राणा अवतार नेगी विजय राणा विनोद राणा गोपाल राणा नरेंद्र राणा खुशपाल रमोला सहित अनेक लोग मौजूद थे।

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