उत्तरकाशी। जिला मुख्यालय उत्तरकाशी में तैनात नाजिर की रैवये से आम आदमी परेशान है। यहां भूमि की रजिस्ट्री करने सहित डीएम से मिलने आने वाले फिरयादी बिना नाजिर की अनुमति से गैर सरकारी वाहन अंदर नही आ सकते हैं। गुरूवार को वाहनों की आवाजाही और पार्किंग प्रतिबंधित करने पर स्थानीय लोग भड़क गए। यहां गाड़ी खड़ी करने को लेकर कुछ लोगों ने नाजिर पर दादागिरी और मनमानी का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा।
दरअसल, कलेक्ट्रेट परिसर में कामकाज से आ रहे कुछ लोगों की गाड़ी रोकी गई। ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड ने गेट खोलने से मना करते हुए साफ कह दिया कि नाजिर साहब ने अंदर गाड़ी खड़ी करने को मना किया है। कलेक्ट्रेट परिसर में गांव बचाओ अभियान दल के आंदोलनकारी नेता नागेंद्र जगूड़ी ने यहां गाड़ी अंदर लाने की मनाही पर गुस्सा करते हुए कहा कि कलेक्ट्रेट किसी की व्यक्तिगत बपूती नहीं है। जनता का ऑफिस है, जनता तो आएगी अपनी गाड़ियों, अपनी सुविधा से। उन्होंने कहा कि ये कोई डीएम आवास नहीं है, पब्लिक प्लेस है। कलेक्ट्रेट है जिले का, यहां जनता को अधिकार है कि वो अपनी गाड़ी से आएं। कहा कि या तो डीएम भी बाहर अपनी गाड़ी खड़ी कर वहां से पैदल आए। उन्होंने सवाल उठाया कि ऐसा कौन सा शासनादेश है कि सरकारी गाड़ी के अलावा प्राइवेट गाड़ियां कलेक्ट्रेट के अंदर नहीं आ सकती। प्रदेश के 13 जिलों में अगर यही नियम चल रहा, कोई शासनादेश है तो हमें बताएं, शासन में जाकर बात की जाएगी। उन्होंने कहा कि जनता के ऑफिस में जनता हमेशा से आती रही है, ये नए नाजिर हमने देखे हैं जो बोल रहे हैं कि जनता की गाड़ी अंदर नहीं आएगी। इस पर उन्होंने कड़ा ऐतराज जताया और नाजिर को हटाने की मांग रखी। हालांकि, कलेक्ट्रेट के नाजिर सुरेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि डीएम के निर्देश पर कलेक्ट्रेट में गैर सरकारी वाहनों के अंदर आने और पार्किंग पर प्रतिबंध है। जबकि यहां अक्सार नाजिर नेगी लोगों को यह कहते हुए सुना है कि यहां गाड़ी खड़ी मत करो। जबकि नाजिर का यह काम नही है, उसके लिए गेट पर सिक्योरटी तैनात है।