हिमालय प्लांट बैंक के तत्वावधान में चिन्यालीसौड़ व डुंडा में निशुल्क गिलोय काढ़ा व पौध वितरण तथा हर्बल गार्डन तैयार किया किया।
हिमालय प्लांट बैंक द्वारा चिन्यालीसौड़ में पुलिस थाना धरासु, पुलिस चौकी डुंडा, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चिन्यालीसौड़ व कृषि विज्ञान केन्द्र सहित सहित फ्रंटलाइन कार्मिकों व ग्रामीणों को गिलोय काढ़ा वितरित किया व चिन्यालीसौड़ के शक्तिपुरम में एक हर्बल गार्डन तैयार किया किया। जिसमें हरड़, बहेड़ा, आवंला, हरसिंगार, अनार, दालचीनी, कासनी, सतावर, अकरकरा, कपूर तुलसी, श्यामा तुलसी, लौंग तुलसी, लेमन तुलसी, बद्रीनाथ तुलसी, अश्वगंधा, सतावरी, स्टिविया, एलोवेरा, कर्पूर सहित 50 से अधिक औषधीय प्रजातियों के पौधों का रोपण किया गया। वहीं जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र परिसर में हर्बल गार्डन तैयार करने के लिए हिमालय प्लांट बैंक के सदस्यों को निर्देश भी दिया। जिसके लिए डाॅ. वी के कुकरेती प्रभारी चिकित्साधिकारी के साथ जगह भी चयनित की गई। चिन्यालीसौड़ में कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रधान वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डाॅ. डी एस राघव कृषि विज्ञान केन्द्र के सहयोग से एक बेहतरीन हर्बल गार्डन कृषि विज्ञान केंद्र चिन्यालीसौड़ में भी तैयार किया जायेगा जिसके लिए जिलाधिकारी उत्तरकाशी से स्वींकृति मिलने पर जल्द तैयार किया जायेगा। डुंडा, मातली तथा देवीधार में ग्रामीण क्षेत्रों में भी गिलोय वितरण किया गया तथा स्पैक्स व हिमालय प्लांट बैंक की मदद से गिलोय के पौधे भी रोपित किये गये। हिमालय प्लांट बैंक के सदस्य डाॅ. शम्भू प्रसाद नौटियाल ने जानकारी दी कि गिलोय जिसका वानस्पतिक नाम टीनोस्पोरा कार्डिफोलिया है में बहुत अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट की मौजूदगी के साथ-साथ एंटी-इंफ्लेमेटरी और कैंसर रोधी गुण विद्यमान होते हैं व यह बुखार, पीलिया, गठिया, डायबिटीज, कब्ज, एसिडिटी, अपच, मूत्र संबंधी रोगों में फायदेमंद है। इन्हीं औषधीय गुणों के दृष्टिकोण से घर घर में लगाये जाने व राष्ट्रीय औषधि घोषित किये जाने का संकल्प व मुहिम जारी रहेगी।