वरुणावत पर भूस्खलन की स्थिति नियंत्रण में
-पहाड़ी से बोल्डरों के गिरने का सिलसिला थमा
-प्रशासन की लोगों को रात में सतर्क रहने की हिदायत
उत्तरकाशी, मंगलवार को रात उत्तरकाशी जिला मुख्यालय व आसपास क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण वरुणावत पर्वत से बोल्डरों के गिरने का सिलसिला थम गया है। बुधवार को गुफियारा क्षेत्र के ठीक ऊपर वरुणावत की पहाड़ी पर भूस्खलन की स्थिति नियंत्रण में रही। जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी नियंत्रण कक्ष से वरुणावत पर्वत में हुई हलचल की मॉनिटरिंग करते रहे। प्रशासन ने बारिश होने पर वरुणावत पर भूस्खलन की संभावना को देखते हुए स्थानीय लोगों को रात में सतर्क रहने को कहा है।
जिला मुख्यालय उत्तरकाशी, गुफियारा व आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार रात भारी बारिश के कारण नालों में काफी पानी और मलबा आ गया। गुफियारा में गंगोत्री हाईवे पर मलबा पसरने से यातायात ठप हो गया और कई वाहन मलबे में दब गए थे, जिन्हें रात में ही नगरपालिका ने जेसीबी मशीन से निकलवा दिया। गुफियारा और मस्जिद मोहल्ले के ठीक ऊपर वरुणावत की पहाड़ी पर भारी बारिश के कारण आधी रात करीब 11-12 बजे भूस्खलन सक्रिय हो गया। वरुणावत से बड़े-बड़े बोल्डर गिरने लगे। डरे सहमे स्थानीय लोग घरों से बाहर सड़कों पर सुरक्षित स्थानों की ओर दौड़ पड़े।
जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने मोर्चा संभालते हुए मौके पर जाकर स्थानीय लोगों सुरक्षा का भरोसा दिलाया। प्रशासन ने गुफियारा और मस्जिद मोहल्ले के करीब 60 परिवारों को रात में सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया और वहां रह रहे लोगों को सतर्क किया। सारी रात तनाव में गुजरने के बाद बुधवार को सुबह वरुणावत से पत्थरों के गिरने का सिलसिला थमने पर लोगों ने राहत की सांस ली। रात में शिफ्ट किए गए परिवार सुबह अपने घरों को लौट आए।
जिलाधिकारी डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि फिलहाल वरुणावत पर भूस्खलन की स्थिति नियंत्रण में है। सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को अलर्ट मोड में रखा गया है। और किसी भी आपदा की स्थिति से निपटने के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए गए हैं। लोगों को भी रात में सतर्क रहने को कहा गया है।