अंजन साबत (रायगड़ा)। ओडिसा के रायगढ़ा जिले के काशीपुर ब्लॉक के डोरागुडा स्थित आदित्य बिड़ला ग्रुप्स का उत्कल एल्युमिना इंटरनेशनल लिमिटेड प्लांट आज स्थानीय युवाओं के सपनों को चकनाचूर कर रहा है। स्थानीय लोगों ने उत्कल एल्युमिना को अपनी पुश्तैनी जमीन इसलिए दे दी कि कम्पनी आएगी तो क्षेत्र के साथ-साथ उनका विकास होगा, स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे मूलभूत ढांचे विकसित होंगे। पर स्थानीय लोगों के ये सपने सपने ही रह गए। उत्कल एलुमिना की ओर से क्षेत्र में न तो मूलभूत ढांचे ही विकसित हुए और न ही स्थानीय युवाओं को रोजगार मिला। कम्पनी के उदासीन रवैये को देखते हुए स्थानीय लोगों ने उत्कल एल्युमिना के खिलाफ आंदोलन छेड़ रखा है। स्थानीय लोगों के मांगों का समर्थन करते हुए कांग्रेस ने अब आर पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है, साथ ही कंपनी को इस संदर्भ में अल्टीमेटम भी दे दिया है।
रायगड़ा जिले काशीपुर ब्लॉक डोरगुड़ा में उत्कल एल्युमिना इंटरनेशनल लिमिटेड के सामने युवाओं को रोजगार देने को लेकर स्थानीय लोगों से साथ कांग्रेस जोरदार प्रदर्शन कर रही है। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने काशीपुर ब्लॉक के दोरगुडा स्थित प्लांट पर विरोध करते हुए कहा कि कंपनी शिक्षित स्थानीय युवाओं को रोजगार के मौके देने में नाकाम है।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दुर्गा प्रसाद पांडा ने नेशनल फ्रंटियर से बातचीत में बताया कि उत्कल एल्युमिना जहां एक ओर अपने फायदे से कोई समझौता नहीं कर रही है, तो वहीं रायगड़ा जिले के युवाओं को रोजगार देने को लेकर उदासीन रवैया अपना रही है। जबकि राज्य सरकार के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर करते समय कहा गया था कि कंपनी स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर देगी और क्षेत्र के विकास में सहयोग भी करेगी। कांग्रेस अध्यक्ष दुर्गा प्रसाद पांडा के मुताबिक इस परियोजना से विस्थापित हुए सैकड़ों प्रशिक्षित व गैर प्रशिक्षित युवा अब भी रोजगार पाने के लिए कंपनी के चक्कर लगा रहे हैं। पर उत्कल एल्युमिना स्थानीय लोगों की मांगों पर उदासीन रवैया अपनाए हुए है।
कांग्रेस अध्यक्ष दुर्गा प्रसाद पांडा ने कंपनी द्वारा राज्य सरकार को सौंपी गई सीएसआर रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि जिला प्रशासन की मिलीभगत से हर साल गलत रिपोर्ट लगाई जा रही है जबकि क्षेत्र के विकास के लिए कंपनी कोई प्रयास नहीं कर रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष दुर्गा प्रसाद पांडा ने बताया कि पिछले दिनों इस संबंध में जिलाधिकारी को एक ज्ञापन भी दिया गया था जिसमें बताया गया कि कंपनी ने एमओयू के समय आश्वासन दिया था जल्द से जल्द पूरे क्षेत्र में आइटीआइ या पॉलिटेक्निक की स्थापना की जाएगी, जिससे यहां के स्थानीय युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर कंपनी में रोजगार के लिए दक्ष हो सकें। वर्षों गुजर गए लेकिन इनमें से किसी भी संस्थान की स्थापना नहीं हो पाई है।
कांग्रेस अध्यक्ष दुर्गा प्रसाद पांडा ने बताया कि उत्कल एल्युमिना यहां के युवाओं के साथ किस तरह का मजाक कर रही है इसका उदाहरण पिछले दिनों देखने को मिला। कंपनी ने हाल ही में तकरीबन 50 बाहरी डिप्लोमाधारियों को नौकरी दी। लेकिन काशीपुर ब्लॉक के बीटेक, आइटीआइ डिप्लोमाधारियों को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया।
उत्कल एल्युमिना की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शनकारियों में शामिल युवा अनिल नायक ने बताया कि वह इंजीनियरिंग डिग्री करने के बाद कंपनी में एक पद के लिए आवेदन किया। उसका साक्षात्कार हो चुका है लेकिन एक साल से वह कंपनी के कॉल लेटर का इंतजार कर रहा है। वहीं आंदोलकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि मांगे पूरी न होने तक आंदोलन जारी रहेगा। गौरतलब है कि यूएआइल दोरगुडा में 1.5 एमटीपीए के एलुमिना रिफाइनरी का प्लांट संचालित करती है।