पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की तारीखों के एलान के साथ ही राजनीतिक सरगर्मियां भी तेज हो गई हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी उत्तर प्रदेश में जल्द ही चुनावी प्रचार शुरू कर सकते हैं। सूत्रों की मानें तो केंद्रीय मंत्री 23 जनवरी से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। शाह इस दौरान आदर्श आचार संहिता का पालन करते हुए विभिन्न स्थानों पर कई चुनावी बैठकें करेंगे।
चुनाव आयोग ने देश में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं। चुनाव आयोग ने शनिवार को सार्वजनिक रैलियों पर प्रतिबंध 22 जनवरी तक बढ़ा दिया है।
सूत्रों के अनुसार यदि चुनाव आयोग प्रतिबंधों को और बढ़ाता है, तो अमित शाह के चुनाव के विभिन्न चरणों के आधार पर निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा करने की संभावना है।
विधानसभा चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करेगी भाजपा
सूत्रों ने बताया कि पार्टी के शीर्ष नेताओं का मानना है कि पार्टी 2017 के चुनावों की तुलना में विधानसभा चुनावों में बेहतर करेगी। उत्तर प्रदेश के मतदाताओं के मन में बहुत स्पष्ट है कि वे राज्य में बेहतर कानून व्यवस्था की स्थिति चाहते हैं और वे एक बार फिर भाजपा सरकार को लाना चाहते हैं। सूत्रों के मुताबिक पार्टी को 10 और 14 फरवरी को होने वाले पहले दो चरणों के चुनाव में अपने अच्छे प्रदर्शन का भरोसा है। उनका मानना है कि पहले दो चरणों के चुनाव का असर पूरे राज्य में देखने को मिलेगा।
किसी भी मौजूदा सांसद को टिकट नहीं देगी भाजपा
भाजपा का मानना है कि किसानों के विरोध के बावजूद पार्टी ब्रज और पश्चिमी यूपी से बेहतर प्रदर्शन करने वाली है। सूत्रों ने यह भी पुष्टि की कि पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों में किसी भी मौजूदा सांसद को टिकट नहीं देगी।
भाजपा ने पहले और दूसरे चरण के उम्मीदवारों का किया एलान
इस बीच, शनिवार को भाजपा ने पहले चरण की 58 में से 57 और दूसरे चरण की 55 में से 48 सीटों के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी की है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि योगी आदित्यनाथ गोरखपुर (शहरी) सीट से चुनाव लड़ेंगे।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में सात चरणों में 10, 14, 20, 23, 27 और 3 और 7 मार्च को मतदान होगा। मतों की गिनती 10 मार्च को होगी।