डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले में दोषी ठहराए गए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव को आज सीबीआइ की विशेष अदालत 1:30 बजे सजा सुनाएगी। लालू यादव के अलावा चारा घोटाला के इस बड़े मामले में 37 अन्य दोषियों को भी सजा सुनाई जाएगी।
सीबीआई के जज एस के शशि ने इन दोषियों को सजा सुनाएंगे। इससे पूर्व सभी दोषियों ने ऑनलाइन कोर्ट में हाजिरी लगाई। लालू प्रसाद यादव इस समय रांची रिम्स में इलाजरत हैं। यहां पर होटवार जेल प्रशासन की ओर से उन्हें एक लैपटाप उपलब्ध कराया गया है। इसी लैपटाप के सहारे लालू यादव ने अपनी सजा सुनेंगे।
सजा सुनाए जाने से पहले लालू प्रसाद की ओर से उनके वकील प्रभात कुमार ने अदालत में बहस की। उन्होंने कहा कि लालू यादव की उम्र 75 साल हो गई है। लालू को कुल 17 तरह की बीमारियां है। बीपी और शुगर का भी हवाला दिया। अदालत से उन्होंने कम से कम सजा देने की मांग की। उधर सीबीआई के वकील ने बहस करते हुए सभी दोषियों को अधिक से अधिक सजा देने की मांग की।
जज एसके शशि ने सजा के बिंदु पर सुनवाई पूरी कर ली है
सीबीआई कोर्ट के जज एसके शशि ने सजा के बिंदु पर सुनवाई पूरी कर ली है। कई लोगों की ओर से कहा गया कि इस मामले में ट्रायल 26 साल तक चला है जो अपने आप में एक सजा है। वही बीमारी और उम्र के कारण लोगों पर अदालत रहम करते हुए कम से कम सजा सुनाए। लालू यादव की ओर से अधिवक्ता देवर्षि मंडल और प्रभात कुमार ने अदालत को बताया कि लालू की उम्र 75 साल हो गई है और उन्हें 17 तरह की बीमारियां हैं। बीपी और शुगर हमेशा बढ़ा रहता है। एक अन्य बीमारी है जिसके चलते उनका अंग सुना पड़ जाता है। इसलिए उन्हें कम से कम सजा दी जाए।
सीबीआई अधिवक्ता ने की अधिकतम सजा देने की मांग
सीबीआई के अधिवक्ता बीएमपी सिंह की ओर से सजा के बिंदु पर सुनवाई के दौरान कहा गया कि इस मामले में इतने आरोपी और गवाहों को पेश करने की वजह से ट्रायल में देरी हुई है लेकिन सबकी नजर इस बात को लेकर है कि इतने बड़े घोटाले में आखिर दोषियों को कितनी सजा मिलती है। इसलिए उनकी ओर से अदालत से आग्रह किया गया कि इस मामले में अधिकतम से अधिकतम सजा दी जाए।
लालू यादव ने रांची रिम्स में लैपटाप पर सुनेंगे सजा
उधर, जेल प्रबंधन ने होटवार जेल में भी पुख्ता प्रबंध कर रखा है। वहां वीडियो कांफ्रेंसिंंग रूम में बारी-बारी सभी दोषी पेश किए गए। सीबीआई अदालत अब उन्हें सजा सुनाएगी। मालूम हो कि 15 फरवरी को सीबीआइ अदालत ने इन सभी को चारा घोटला मामले में दोषी ठहराया था। 15 फरवरी को अदालत ने 35 अभियुक्तों को तीन-तीन साल की सजा सुनाई थी। वहीं, 24 अभियुक्तों को कोर्ट ने बरी कर दिया था। शेष दोषियों को आज सजा सुनाई जाएगी।
लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाला के चार मामलों में हो चुकी है पहले सजा
मालूम हो कि लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाला के अन्य चार मामलों में सजा हो चुकी है। उनको देवघर कोषागार से अवैध निकासी मामले में 3.5 साल की सजा सुनाई गई थी। वहीं, दुमका कोषागार से अवैध राशि की निकासी मामले में उनको 5 साल की सजा हो चुकी है। इसी तरह चाईबासा कोषागार से निकासी के एक मामले में उन्हें 5 साल और इसी कोषागार दूसरी अवैध निकासी के मामले में उन्हें 7 साल की सजा सुनाई जा चुकी है। लालू प्रसाद यादव अपनी कुल सजा का आधा से अधिक समय जेल में गुजार चुके हैं। इसी आधार पर उन्हें जमानत दी गई थी। अब देखना यह है कि आज सीबीआइ की विशेष अदालत लालू प्रसाद यादव को डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले में कितने साल की सजा सुनाती है। दोपहर 12:00 बजे तक तस्वीर साफ हो जाने की उम्मीद है। जेल प्रशासन लैपटॉप और इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ जेल में रांची रिम्स में मुस्तैद है।
आज राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से किसी की नहीं होगी मुलाकात
चारा घोटाला के डोरंडा कोषागार मामले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव वाया जेल रांची रिम्स में इलाजरत हैं। खबर है कि आज सोमवार को लालू प्रसाद यादव से किसी की मुलाकात नहीं हो सकती है। जेल प्रशासन आज किसी को उनसे भेंट करने की इजाजत नहीं देगा। इसकी वजह यह बताई जा रही कि आज दोपहर 12:00 बजे सीबीआइ की विशेष अदालत की ओर से सजा का ऐलान होने वाला है। इस वजह से होटवार जेल प्रशासन किसी भी मुलाकाती को उनसे मिलने का मौका नहीं देगा। संभव है कि सजा के ऐलान के समय केवल उनके सेवादार ही उनके पास मौजूद रहें। मालूम हो कि जेल प्रशासन को आवेदन देकर हर दिन कई लोग लालू यादव से मुलाकात करते हैं। हालांकि कि लालू प्रसाद ने रविवार को किसी से मुलाकात नहीं की थी। अब आज भी लालू यादव से किसी की मुलाकात नहीं हो सकती है।
रिम्स के पेइंग वार्ड के आसपास पसरा सन्नाटा, नहीं नजर आ रहे राजद कार्यकर्ता और नेता
भारतीय राजनीति में किंग मेकर और गरीबों के मसीहा कहे जाने वाले लालू प्रसाद यादव आज रिम्स के जिस पर पेइंग वार्ड में इलाजरत हैं, उसके आसपास राजद कार्यकर्ताओं का कहीं अता-पता नहीं है। रिम्स के पेइंग वार्ड वाली बिल्डिंग के आसपास पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है। कहीं कोई राजद कार्यकर्ता आज उनसे मिलने या उनकी एक झलक पाने के लिए यहां नजर नहीं आ रहा है। मालूम हो कि जब 15 फरवरी को लालू प्रसाद यादव को सीबीआइ की विशेष अदालत की ओर से फैसला सुनाया गया था, दोषी ठहराया गया था, उस दिन अच्छी संख्या में राजद के कार्यकर्ता रांची में मौजूद थे। राजद के कार्यकर्ता उस दिन जमकर लालू यादव के पक्ष में नारेबाजी कर रहे थे। जेल का फाटक टूटेगा, लालू यादव छूटेगा… जैसे नारे उनके दिग्गज नेता लगा रहे थे। लेकिन आज नजारा कुछ और है। लालू प्रसाद को सजा सुनाने की घड़ी जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, रिम्स के पेइंग वार्ड के आसपास सन्नाटा और गहराता जा रहा है।
वर्ष 1990 से 1995 के बीच डोरंडा कोषागार से हुई थी अवैध निकासी
डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी का यह मामला वर्ष 1990 से 1995 के बीच का है। इस कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये की अवैध निकासी की गई थी। इस मामले में सीबीआइ की विशेष अदालत ने पिछले दिनों कुल 24 अभियुक्तों को बरी कर दिया था। मालूम हो कि इसी वर्ष 29 जनवरी को सीबीआइ की विशेष अदालत में इस मामले की बहस पूरी हुई थी। वहीं, 15 फरवरी को सीबीआइ के विशेष जज एसके शशि ने लालू प्रसाद यादव को कई धाराओं में दोषी ठहराया था। अगर लालू प्रसाद यादव को 3 साल से अधिक की सजा होती है तो उन्हें ऊपर की अदालत में जमानत के लिए जाना होगा। अगर 3 साल तक की सजा होती है तो उन्हें इसी अदालत से यानी सीबीआइ की विशेष अदालत से जमानत मिल जाएगी। चूंकि यह डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी का यह सबसे बड़ा मामला है, इस वजह से अधिवक्ताओं की राय है कि अदालत उन्हें पांच से 7 साल तक की सजा सुना सकती है।
लालू के पेइंग वार्ड के आसपास बढ़ाई गई सुरक्षा मजिस्ट्रेट और पुलिस तैनात
उधर जैसे-जैसे सजा सुनाने का समय नजदीक आता जा रहा है, लालू प्रसाद यादव के पेइंग वार्ड के आसपास सुरक्षा बढ़ाई जा रही है। जेल प्रशासन तो अलर्ट है ही, पुलिस प्रशासन ने भी वहां अभी अभी मजिस्ट्रेट और कुछ नए पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी है। लालू प्रसाद के पेइंग वार्ड में किसी को अभी प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। पुलिसकर्मी पूरी तरह से अलर्ट और चौकस नजर आ रहे हैं। महज घंटे भर बाद लालू प्रसाद यादव को सीबीआई की विशेष अदालत सजा सुनाएगी। हर किसी की निगाह इस फैसले पर टिकी हुई है। रिम्स के पेइंग वार्ड के आसपास मीडिया कर्मियों की भी भीड़ नजर आ रही है। रिम्स कैंटीन के बाहर ही बना दिया गया सुरक्षा घेरा, प्रवेश पर लगा दी गयी रोक। आम आदमी को भी प्रवेश करने में हो रही परेशानी। कैंटीन में प्रवेश से पहले बताना पड़ रहा कारण।
सजा सुनाए जाने के पहले और बाद में होगी लालू यादव की सेहत की जांच
उधर, रिम्स के डॉक्टरों के मुताबिक लालू प्रसाद यादव के सेहत की जांच दो स्तर पर की जाएगी। सजा सुनाए जाने से पहले रिम्स के डॉक्टरों की टीम लालू यादव के पेइंग वार्ड वार्ड में पहुंच चुकी है। उनके स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। इसके थोड़ी देर बाद जब अदालत उन्हें सजा सुना देगी, इसके बाद उनके स्वास्थ्य की डॉक्टर जांच करेंगे। डॉक्टरों ने कहा है कि ऐसे अवसर पर तनाव बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। इसका असर किडनी पर पड़ता है। यही वजह है कि लालू प्रसाद यादव की सेहत को लेकर डॉक्टर काफी मुस्तैद नजर आ रहे हैं।
सुनिए डॉक्टर ने लालू प्रसाद यादव की सेहत के बारे में क्या कहा…
लालू यादव के क़रीबी भोला यादव और वकील प्रभात कुमार सीबीआई कोर्ट पहुंचे
उधर, लालू यादव के करीबी और उनके साथ सारे की तरह चिपके रहने वाले पूर्व विधायक भोला यादव और लालू प्रसाद के अधिवक्ता प्रभात कुमार सीबीआई की विशेष अदालत में पहुंच चुके हैं। सीबीआई के अदालत में लालू प्रसाद के वकील प्रभात कुमार ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है। एक तरह से कहा जाए तो अदालत की कार्यवाही की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मालूम हो कि सीबीआई ने आरोपितों की जो सूची अदालत को सौंपी है उसमें दूसरे नंबर पर लालू प्रसाद यादव का नाम दर्ज है।
सजा सुनने के लिए अदालत के वीसी रूम के बाहर प्रतीक्षा कर रहे राजद के कई बड़े नेता
उधर, सीबीआई कोर्ट के बाहर यानी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम के बाहर राजद के कई बड़े नेता और कार्यकर्ता फैसला सुनने क्या की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इन नेताओं में जयप्रकाश यादव, श्याम रजक और अब्दुल बारी सिद्दीकी प्रमुख रूप से शामिल हैं। इन नेताओं को अब लालू यादव की सजा की प्रतीक्षा है। यह जानने के लिए यह नेता बेचैन हैं कि लालू प्रसाद यादव को कितने दिनों की सजा सुनाई जाती है।