थाती के बेड़थात में धूमधाम से मनाया गया बटर फेस्टिबल
– ग्राम प्रधान थाती धनारी की पहल पर चार वर्षो से हो रहा भव्य आयोजन
– आयोजन में ग्रामीणों संग बड़ी संख्या में पहुंचे पर्यटक
उत्तरकाशी। गमरी और धनारी पट्टी के ग्रामीणों ने बीते शुक्रवार को दूध गड्डू मेला यानी मिल्क फेस्टिवल का त्यौहार धूमधाम से मनाया गया। ग्रामीणों ने सड़क मार्ग से 10 किलोमीटर पैदल जाकर धनारी के बेडथात नामक जगह नेर थुनेर के जंगलों के बीच जाकर मिल्क फेस्टिवल मनाया।
इस अवसर पर ग्रामीणों ने अपने घरों से दूध दही, मट्ठा, मक्खन चावल, फल और फूल लेकर इस स्थान पर जाकर अपने परिवार, खेती व पशुओं की खुशहाली के लिए अपने आराध्य देव नागराज और हूण देवता से मन्नतें मांगी। ग्रामीणों की पूजा से खुश होकर देवता दूध दही और मक्खन से नहाए। हर साल ग्रामीण मिल्क फेस्टिवल में अच्छे-अच्छे पकवान बना कर इस उत्सव को बड़े ही सौहार्दपूर्ण ढंग से मनाते हैं।
ग्राम प्रधान थाती तनूजा चौहान व पत्रकार जगमोहन चौहान कहते हैं कि बेड़थात में वर्षो से खेत्रीय ग्रामीण दूधगाडू मेला का आयोजन करते आ रहे हैं। पहले यह सूक्ष्म रूप में मनाया जाता था। लेकिन गत चार वर्षो से हम क्षेत्रीय ग्रामीणों के साथ निरंतर विस्तार देने पर लगे हैं। इस वर्ष 200 से अधिक पर्यटक व ग्रामीण शामिल हुए।
इधर मेले में शामिल हुए राजेंद्र बुटोला, कामदेव व्यास ने कहा कि स्थानीय ग्रामीण चाहते हैं कि इस प्राचीन मेले को सरकार की सहायता दयारा बुगयाल की तरह भव्य रूप दिया जाए। ताकि विश्व पटल पर इसको भी पहचान मिल सके।
इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश जगमोहन चौहान, धिरपाल बुटोला ग्राम प्रधान पटुड़ी, मनराज सिंह बिष्ट ग्राम प्रधान ईड, सतवीर सिंह, सतबीर, चंद्रशेखर नौटियाल, राजेंद्र बुटोला, प्रदीप पवार, मयंक पंत आदि सैकड़ों ग्रामीण थे।